मन की एकाग्रता कैसे बढ़ाए चाहे आप कहीं भी कोई भी काम कर रहे हो हर जगह ध्यान भटकाने वाली चीज होती है। इसलिए काम पर एकाग्रता नहीं हो पाती काम मुश्किल हो जाता है। आदमी का दिमाग ऐसा नहीं है कि वह आस पास होने वाले शोरगुल, कोलाहल को नजरअंदाज कर दे। हालांकि एकाग्रता को बढ़ाने एक मुश्किल काम है पर यह नामुमकिन नहीं है विकृत एकाग्रता को बढ़ाने के लिए साहस बेहद जरूरी है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कैसे एकाग्रता को बढ़ाया जा सकता हैं।
एकाग्रता कैसे बढ़ाएं
माहौल का चुनाव करें
आप जिस माहौल में काम करते हैं वह एकाग्रता को बढ़ाने में काफी जरूरतमंद होता है।
विचारों को कंट्रोल करे
अपने दिमाग में बेकार के विचार आने ना दें इससे बेवजह की आपकी एकाग्रता भंग होगी।
समय का चयन करें
आपको जो काम करना है उसकी लिस्ट बना ले इसमें संतुलन के जरुरी है की गंभीर काम को पूरा टाइम दे।
पॉजिटिव रहें
सकारात्मक रहें जब भी आपको काम पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत हो तो हमेशा आप अपने आपसे बार-बार कहे कि आप ध्यान लगा सकते हैं।
एकाग्रता के लिए व्यायाम
व्यायाम दिमाग और शारीरिक तालमेल को बेहतर बना कर एकाग्रता को वापस लाता है।
योगा
योगा कोई उपचार नहीं है अगर आप शांति से योगा करते हैं तो दिमाग पर नियंत्रण रखना सीखेंगे तो फर्क साफ दिखाई देने लगेगा।
नकारात्मक ना सोचे
मन में ऐसा विचार ना आने दें कि आप खुद को एकाग्रता ना कर पाएं।
मल्टीटास्किंग से बचें
मल्टीटास्किंग में कभी-कभी एकाग्रता हासिल नहीं की जा सकती बल्कि जितना भी हुआ होगा वह भी भंग हो जाता है।
आहार और व्यायाम
एकाग्रता हासिल करने में संतुलित आहार और व्यायाम की भी अहम भूमिका होती है।
काम के समय काम को समझें
अगर आपको यह अच्छी तरह से मालूम नही है की आपको करना क्या है तो ऐसे में काम के प्रति एकाग्रता होना और भी मुश्किल हो जाता है।
अपनी पिक टाइम को पहचाने
हम सब के पास 24 घंटे में कुछ टाइम ऐसा होता है जब हम सबसे ज्यादा एक्टिव रहते हैं, हालांकि यह सब के लिए एक जैसा नहीं होता है।
डिसिप्लिन में रहे
अपने आपको डिसिप्लिन में रखना काफी जरूरी होता है साथ ही एक्टिव काम के लिए जरूरी है कि आप उसमें ज्यादा टाइम दें।
अच्छी नींद लें
अपने सोने के समय पक्का करें अगर आप अच्छी नींद नहीं ले रहे हैं तो आप पर थकावट और आलस्य भारी रहेगा।