नकारात्मक सोच को कैसे दूर करें

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how to break Negative thinking

how to stop thinking about negative things

नेगेटिव बातों को दिमाग में आने से कैसे रोके आज के टाइम में नेगेटिव थॉट्स जीवन को घेरे हुए हैं और यह हमारे लाइफ को आगे बढ़ने में बाधा डालती है। आजकल आदमी ईर्ष्या-द्वेष के जाल में बढ़ता चला जा रहा है और यह सभी भाव आदमी की प्रगति में बाधक है।

कैसे पाएं नकारात्मक सोच से छुटकारा how to break Negative thinking

फर्स्ट में आपको नकारात्मक सोच को समझाना होगा और जाने की आप किस भाग से ग्रसित हैं और इसे एक्सेप्ट करने में हिचक नहीं है। आपको नकारात्मक भाग से दूर होने के लिए खुद के लिए अलावा किसी की जरूरत नहीं है।

1 अपने आपको हमेशा दूसरों की तुलना में कम या अधिक लगना।

2 हर व्यक्ति में कोई ना कोई कमी होती है लेकिन उसे दिल और दिमाग में बिठाकर अपने आप को एक दृष्टि से देखने ही नकारात्मक भाव है।

3 दूसरों में हमेशा कमियां निकालना।

4 सामने आई कोई भी चीज जैसे भोजन या कपड़ों में बुराई  ढूंढना।

5 छोटी सी बात में दुखी होना और अपने आप को और दूसरों को कष्ट देना।

6 असंतुष्ट रहना यानी अपना जीवन अपने काम से लगाव ना होना।

7 किसी भी काम को करने से पहले उसके पॉजिटिव पहलू को देखने से पहले नेगेटिव पहलू को देखना।

8 अपने आपको हमेशा अपमानित समझना जैसे घर में कार्यक्रम के वक्त किसी ने आप से खाने का अपना पहुंचा हो तो इस तरह के कई बार जो आपको लगता है कि आपको आदर नहीं मिल रहा है।

कैसे दूर करें नकारात्मक सोच को

1 सुबह की शुरुआत

दिन की शुरुआत खुश मन से करें जिसके लिए आपको सुबह जल्दी उठना पड़ेगा।

2 भगवान मैं ध्यान

कुछ पल के लिए भगवान में ध्यान लगाए हालांकि आज के वक्त में कोई इस बात पर विष्वास नहीं करता है लेकिन आप अपने मन को एकाग्रता बढ़ाने के लिए यह कर सकते हैं।

3 व्यायाम या योगा

व्यायाम या योगा हमेशा शारीरिक हेल्थ के लिए ही उपयोगी नहीं है इससे मानसिक विकास भी होता है।

4 ध्यान लगाए

दिन भर में 15 मिनट ध्यान की मुद्रा में बैठे जिसमें आपके हाथ की तर्जनी और अंगूठे को जोड़कर हाथ की कलाई को घुटने पर रखें और सुखासन यानी आलती-पालती मार कर बैठे।

5 मदिरापान ना करें

मदिरा भी नेगेटिव सोच को जन्म देती है रोजाना उसके इस्तेमाल से आदमी जानवर की तरह बर्ताव करने लगता है।

6 सात्विक भोजन करें

भोजन मनुष्य के विचारों के लिए उत्तरदाई होता है अगर हम हल का सात्विक बिना लहसुन प्याज का भोजन करते हैं तो हमें हल्का फील होता है और हमारे विचारों पर भी इसका असर पड़ता है।

7 हंसने की आदत डालें

यह एक तरह की थैरेपी है बिना किसी वजह के रोजाना पांच से 10 मिनट जोर जोर से हँसे।

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