मातृत्व का सुख चाहने वाली महिलाओं को गर्भावस्था का कोई भी एक शुरुआती लक्षण जैसे पीरियड्स मिस होना, या चिडचिडापन या फिर उल्टी आना आदि ये जाने के लिए बैचैन कर देता हैं कि वे प्रेगनेंट हैं कि नहीं. इसके लिए हम आपको कुछ ऐसी वस्तुओं से गर्भावस्था चेच करने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके घर में ही आपको मिल जायेगी और आप निश्चित हो जायेंगी कि आपको लगने वाले लक्षण गर्भावस्था के कारन हैं या फिर इनकी कोई और वजह हैं.
किन बातों का ध्यान रखना जरूरी
घर पर गर्भावस्था की पुष्टि करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी हैं.
- गर्भावस्था की जांच (प्रेग्नेंसी टेस्ट) के लिए पेशाब के नमूने लिए जाते हैं. ऐसा इसलिए किया जाता हैं क्यूंकि आपके पेशाब में गर्भावस्था के हॉर्मोन ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोफिन (एच.सी.जी/hCG) की मौजूदगी से आपके प्रेगेंट होने का पता चलता हैं. सहीं व सटीक रिजल्ट प्राप्त करने के लिए प्रेग्नेंसी टेस्ट से तीन घंटे पहले तक मूत्र त्याग न करें.
- अगर घर पर व घरेलू चीजों से प्रेग्नेंसी टेस्ट कर रही हैं तो चीजों की साफ़ सफाई एक बार जाँच लें.
- एक बार प्रेग्नेंसी टेस्ट नेगेटिव होने पर 72 घंटे बाद दोबारा प्रेग्नेंसी टेस्ट कर सकते हैं.
- घर पर किये घ्ये प्रेग्नेंसी टेस्ट सही तो होते हैं लेकिन एक बार डॉक्टर की सलाह भी जरूरी हैं.
कैसे करें घर पर प्रेग्नेंसी टेस्ट
सिरके से प्रेग्नेंसी टेस्ट : थोड़ी मात्र में सिरका यानि विनेगर लें, उसमें यूरिन की कुछ मात्रा मिक्स करें, अगर इसका रंग बदलने लगता हैं तो आप प्रेगेंट हो सकती हैं.
पाइन सोल से प्रेगनेंसी टेस्ट : पाइन सोल को घरों में एक क्लीनर की तरह यूज़ किया जाता हैं, ये दुकानों पर आसानी से मिल भी जाता हैं.पाइन सोल की सहायता से घर पर प्रेगेंसी चेक करने के लिए समान मात्रा में पाइन सोल और यूरिन को मिक्स करे. थोड़ी देर बाद यदि इस मिश्रण का रंग बदल जाए तो संभवत आप प्रेगेंट हैं.
बेकिंग सोडा से प्रेगनेंसी टेस्ट : बेकिंग सोडा एक खाद्य पदार्थ हैं व घरों में अमूमन मिल ही जाता हैं . इससे प्रेगेंट होने की सम्भावना चेक करने के लिए 2 चम्मच बेकिंग सोडा और 1 चम्मच यूरिन को आपस में मिला ले अगर थोड़ी देर बाद इसमें बुलबुले बनते हैं, तो प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजिटिव है.
डेटॉल से प्रेगनेंसी टेस्ट : डेटॉल को भी आप प्रेगेंसी चेक करने में इस्तमाल कर सकती हैं. इसके लिए एक शीशी में 15 एमएल यूरिन और उतनी ही मात्रा में डेटॉल ले. शीशी को ठीक से हिला कर दोनों को अच्छी तरीके से मिक्स कर ले. थोड़ी देर बाद अगर यूरिन, डेटॉल पर तेल की तरह तैरने लगता है तो समझ लीजिये कि आप प्रेग्नेंट हैं. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता और यूरिन और डेटॉल आपस में अच्छे से घुल जाते हैं और दूध सी सफेदी जैसा एक पदार्थ बन जाता है तो समझ लीजिये कि आप प्रेग्नेंट नहीं हैं.
डंडेलिओन की पत्तियों से प्रेगनेंसी टेस्ट : डंडेलिओन की पत्तियां भी आपको आपकी प्रेगेंट होने व न होने की रिपोर्ट आसानी से दे सकती हैं. सबसे पहले डंडेलिओन की पत्तियों को एक पैकेट में बांधकर कर जमीन पर सूरज की किरणों से बचा कर रख दे उसके बाद इन पत्तियों पर यूरिन की कुछ बुँदे डाले और दस मिनट बाद इन पत्तियों पर लाल रैंड के फफोले उठ जाते है तो इसका मतलब है आप प्रेगनेन्ट हैं.
टूथपेस्ट से गर्भ परीक्षण का तरीका : टूथपेस्ट से गर्भाबस्था होने या न होने की पुष्टि करने के लिए आपको सफ़ेद रंग वाले टूथ पेस्ट की आवश्यकता होगी. साथ ही ये टेस्ट आपको सुबह सों कर उठने के तुरंत बाद करना होगा क्योंकि सुबह के समय पेशाब में HCG हार्मोन का स्तर काफी ज्यादा होता है जिसकी वजह से प्रेगनेंसी टेस्ट का रिजल्ट सुनयोजित करने में आसानी होती है. इसके लिए डिसपोजल ग्लास में सुबह के समय के सबसे पहले यूरिन को सैंपल के तौर पर रख लें. अब उस यूरिन सैंपल में एक चम्मच के बराबर टूथपेस्ट मिला ले और उसे अच्छी तरीके से फेट ले । अगर उसको मिक्स करने के कुछ मिनट बाद टूथपेस्ट झागदार दिखता है और नीला रंग हो जाता है तो यह पॉजीटिव प्रेगनेंसी के संकेत हैं, लेकिन अगर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं होती तो आप प्रेगनेंट नहीं हैं.
प्रेगनेंसी टेस्ट किट : इन सभी घरेलू तरीको के आलावा आप मार्किट में मिलने वाली प्रेगेंसी टेस्ट किट की सहयता से भी अपने प्रेगेंट होने के बारें में जान सकती हैं. ये किट सभी मेदिकाले स्टोर्स पर आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं. इस किट को इस्तमाल करने के लिए भी आपको सुबह सोकर उठने के तुरंत बाद का यूरिन सैंपल चाहिए होगा क्यूंकि उसके रिजल्ट अधिक सटीक होते हैं.
बहुत से टेस्ट किट में आपको साथ में ड्रॉपर दिया जा सकता है, ताकि टेस्ट स्टिक पर पेशाब का थोड़ा सा नमूना डाला जा सके. वहीँ कुछ टेस्ट किट में केवल टेस्ट स्टिक पर पेशाब करना होता है. अगर स्टिक पर यूरिन की बूंदे डालने पर अगर दो लाल लाइन आती हैं तो आपके प्रेगेंसी कन्फर्म हैं. हालाँकि अलग अलग टेस्ट किट में परिणाम दिखाने के तरके अलग अलग हो सकते हैं. कुछ टेस्ट में गुलाबी या नीली रेखाएं दिखाई देती हैं। कुछ अन्य में प्लस या माइनस के निशान या फिर पेशाब के नमूने के रंग में बदलाव आता है. साथ ही स्टिक पर + या – के निशाँ भी होते हैं. जिनके विषय में किट के पैक पर सभी जानकारी लिखी होती हैं.