आज कानपूर में मोदी की रैली में जुटी भरी भीड़ ने विरोधी खेमे में कुछ हलचल तो जरुर मचाई होगी. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरोधियों को आड़े हाथ लेते हुए उनकी खामिया गिनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा. 8 नवम्बर के बाद मोदी की हर रैली में उन्होंने नोट बंदी का जिक्र किया ही हैं. कानपूर में भी मोदी ने अपने नोट बंदी के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि नोट बंदी के बाद से 500, 1000 के नोटों की कीमत खत्म होने के बाद 100 रुपए की कीमत बढ़ गयी.
साथ ही रैली मैं आयी भीड़ से उत्साहित होकर पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में परिवर्तन की लहर नहीं, बल्कि आंधी चली है. राजनीतिक दलों को चंदे का हिसाब देने से मिली छुट के बारें में पीएम मोदी ने कहा कि राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे की संसद में चर्चा होनी चाहिए.
विपक्षी दलों की जमकर की आलोचना
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि जब सीता राम केसरी कांग्रेस के अध्यक्ष थे तब ये बोला जाता था “ना खाता न बही जी केसरी कहें वो ही सही.” अब ये ही कांग्रेस हिसाब की बात करती हैं. संसद न चलने देने के लिए भी मोदी ने विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया. . मोदी ने कहा कि विपक्ष ने बेईमानों के लिए हंगामा किया. ऐसा पहली बार हुआ कि बेईमानों की मदद करने के लिए कुछ लोग संसद में नारे बोल रहे थे. प्रधानमंत्री ने कहा, ”केंद्र सरकार बेइमानों को ठिकाने लगाने में लगी है, लेकिन विपक्षी दल उन्हें बचाने में लगे हुए हैं.” उन्होंने कहा कि काला धन, काला मन, काला कारोबर ने ही मध्यम वर्ग का शोषण किया है और गरीबों का हक छीना है.
डिजिटल ट्रांजेक्शन को दिया बढ़ावा
केंद्र सरकार अधिक से अधिक लोगों को डिजिटल ट्रांजेक्शन से जोड़ना चाहती हैं. कानपूर में भी पीएम मोदी ने डिजिटल ट्रांजेक्शन का बात कही और कहा कि मोबाइल को अपना बैंक बना लें. प्रधानमंत्री मोदी इस विषय पर बात करते हुए भी कांग्रेस को सुनाने से नहीं चुकें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि राजीव गांधी कंप्यूटर लाए, अब मैं कहता हूं कि मोबाइल को बैंक बना दो, तो कहते हैं कि मोबाइल हैं ही नहीं. कानपूर में प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल पेमेंट करने वालों को इनाम मिलने की बात भी दोहराई. मोदी ने बताया कि 8 नवंबर से 25 तारीख तक अगर किसी ने डिजिटल पेमेंट से कुछ खरीदा है तो इसके लिए लकी ड्रॉ निकलेगा और 15000 लोगों के खाते में 1000 रुपये जमा हो जाएंगे. दुकानदारों के लिए भी ये लकी ड्रा होगा लेकिन इसमें केवल छोटे दूकानदार ही भाग ले सकेंगे.