पूर्वोत्तर के दो राज्यों बीजेपी को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद वहां उसकी सरकार बनेगी जबकि मेघालय में कम बहुमत के साथ भी बीजेपी गठबंधन की सरकार बनाने जा रही है और आज अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के अध्यक्ष कोनराड संगमा ने आज मेघालय के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली । रविवार को संगमा ने राज्यपाल गंगा प्रसाद से सूबे में सरकार बनाने के लिए मुलाकात की थी, जिसके बाद सोमवार को राज्यपाल ने संगमा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। गौरतलब है कि एनपीपी की अगुवाई में बन रही सरकार में बीजेपी भी हिस्सेदार है।
कुछ ऐसा रहा मेघालय का गणित –
आपको बता दें कि मेघालय के 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के खाते में 21 , एनपीपी के खाते में 19 और बीजेपी के खाते में दो सीटें आई थीं। मेघालय में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 21 सीटें मिली हैं, लेकिन वह बहुमत साबित करने के लिए जरूरी आंकड़े जुटाने से 10 सीट पीछे रह गई तो वहीं दूसरे नंबर पर रही नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) के पास 19 विधायक हैं। बीजेपी (2 विधायक), यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (6 विधायक), एचएसपीडीपी (2 विधायक), पीडीएफ (4 विधायक) और 1 निर्दलीय विधायक के साथ आने से इस गठबंधन के पास 34 विधायकों का समर्थन हो गया। बीजेपी से अधिक सीट पाने के बाद भी कांग्रेस वहां सर्कार नहीं बना पाई जबकि बीजेपी ने मात्र दो सीटें मिलने पर ही गठबंधन की सरकार बना ली |
त्रिपुरा में बिप्लब देब होंगे अगले मुख्यमंत्री जिश्नु देब बर्मन उपमुख्यमंत्री –
त्रिपुरा में बिप्लब कुमार देब अगले मुख्यमंत्री होंगे। केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने मंगलवार को उनके नाम का ऐलान किया है। वहीं जिश्नु देब बर्मन प्रदेश के उपमुख्यमंत्री होंगे। जिश्नुदेब ने अपने नाम की घोषणा के बाद कहा है कि बिपल्ब देब के साथ मिलकर वो प्रदेश के विकास में कोई कमी नहीं रहने देंगे और सभी वर्गों के लिए काम करेंगे। त्रिपुरा में हाल ही में खत्म हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा और इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) गठबंधन को भारी जीत मिली है। 59 सीटों में से 43 सीटों पर गठबंधन को जीत मिली है। भाजपा को 35 जबकि आईपीएफटी 8 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रही है। वहीं सीपीआई (एम) को 16 सीटें मिली हैं। देब संघ के काफी करीबी हैं, इसीलिए मुख्यमंत्री की दौड़ में उन्हे आगे माना जा रहा था। बिप्लब कुमार देब ने 2000 में झारखंड के धनबाद की तत्कालीन सांसद प्रो रीता वर्मा केंद्र में मंत्री के साथ भी काम किया है। 2015 में उन्होंने त्रिपुरा में भाजपा के केंद्रीय जन सम्पर्क प्रमुख का प्रभार संभाला। छह जनवरी 2016 को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाया गया।