आज उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के चौथे चरण के मतदान के लिए चुनाव प्रचार थम जायेगा. चौथे चरण में बुंदेलखण्ड क्षेत्र के विभिन्न जिलों समेत 12 जनपदों की 53 सीटों के लिये मतदान किया जायेगा. इस चरण में 680 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इस चरण में होने वाले चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने ज्यादातर करोड़पति, बाहुबली और आपराधिक बैकग्रांउड के लोगों को मैदान में उतारा है. 23 फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली के साथ-साथ प्रतापगढ़, कौशाम्बी, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट और फतेहपुर जिलों की सेटों पर मतदान होगा.
इस चरण के चुनाव प्रचार में सभी राजनेताओं ने अपने भाषणों से चुनावी समर अलग ही माहोल बना दिया हैं. कल प्रधानमंत्री मोदी जहाँ बुंदेलखंड में विकास कार्यो की कमी के लिए सपा और बसपा को दोषी ठहराया, वहीँ दुसरी और सपा से अखिलेश यादव ने पीएम को बिना पानी की खाली ट्रेन बुंदेलखंड में भेजने के लिए कोसा. कुल मिलकर सभी दल के बड़े नेता खुद को बुन्देलखंडी जनता का हितेषी व दूसरों को यहाँ की जनता का दोषी करार करने में व्यवस्त रहे.
यहाँ बुंदेलखंड की बड़ी समस्या पानी की कमी हैं. जिस कारन यहाँ के किसानो की हालत बहुत खराब रहती हैं. बसपा सुप्रीमो ने चुनावों में एक नये मुद्दे को भी हवा दे दी हैं. चुनावों से पहले एक अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर लोगों में फिर उम्मीद बंधी है. दरअसल यूपी के इस सबसे पिछड़े इलाके में एक अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग पिछले कई दशकों से उठती रही है. मायावती ने अपनी चुनावी सभा में कहा, ‘जब तब एक अलग बुंदेलखंड राज्य नहीं बन जाता, बीएसपी ये मांग उठाती रहेगी, हम केंद्र सरकार पर दबाव बनाएंगे.’ 2014 के चुनावों में ऐसा ही कुछ वादा बीजेपी से उमा भारती ने भी किया था.
अब यह देखना बाकी हैं कि ये सिर्फ वोट मांगने के लिए अलग राज्य की बात उठ रही हैं या इस दिशा में कुछ कार्य भी होना बाकी हैं.
इस बार के मतदान से जनता सदस्य प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा (रामपुर खास), बाहुबली विधायक अखिलेश सिंह की बेटी कांग्रेस प्रत्याशी अदिति सिंह (रायबरेली), बाहुबली निर्दलीय प्रत्याशी रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (कुंडा), एसपी के वरिष्ठ नेता रेवती रमण सिंह के बेटे उज्ज्वल रमण सिंह (करछना) और विधानसभा में विपक्ष के नेता गयाचरण दिनकर (नरैनी), विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कर्ष मौर्य (उंचाहार) जैसे नामी लोगों की किस्मत का फैसला करेगी.