यूपी चुनाव में जहाँ हर दूसरी पार्टियाँ सामंजस्य बिठाने में लगी हुई हैं तो वही बीजेपी की आंतरिक कलह कम नहीं हो रही | पहले टिकट बटवारे को लेकर मतभेद तो अब वही बनारस में बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री सुजीत सिंह टीका ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
दरअसल पिछले दिनों सुजीत सिंह टीका ने प्रेस वार्ता कर शहर उत्तरी के सीट पर सिटिंग एमएलए व बीजेपी नेता रविंद्र जयसवाल का विरोध किया था और मांग की थी कि इनका नाम बदला जाय और इसके लिए शीर्ष नेतृत्व को 7 फरवरी तक समय दिया था। लेकिन जब उन्हें उनके मुताबिक संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो अब वो 15 तारीख को नामांकन कर रहे हैं।
क्या कहा सुजीत सिंह ने –
बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री सुजीत सिंह टीका ने कहा कि हमने शीर्ष नेतृत्व को समय दिया था विचार करने के लिए लेकिन उन्होंने मुझे नजरअंदाज किया। 2012 में भी मुझे बैठाया गया था लेकिन इस बार मेरे साथ धोखा हुआ अब इसलिए मैं 15 तारीख को नामांकन करने जा रहा हूं।
कम नहीं हो रही बीजेपी की मुश्किलें –
यूपी में बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं और एक के बाद एक बगावत का मामला सामने आ रहा हैं | जहाँ एक और दुसरे पार्टी से आये नेताओं को टिकट देने पर बीजेपी के कार्यकर्ता नाराज थे वही बीजेपी से गठ्बंधित अपना दल भी बगावत में उतर आया हैं | योगी आदित्यनाथ की हिन्दू युवा बाहिनी ने बीजेपी की खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े हैं जिससे बीजेपी की समस्या बढ़ गई हैं और अब ऐसे में एक और बगावत बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती हैं |
मोदी के क्षेत्र में ज्यादा मामले –
बगावत में सबसे ज्यादा मामले पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस से आ रहे हैं जिसमे सोंराव विधानसभा सीट के लिए अपना दल और बीजेपी के उम्मीदवार सामने हैं और अब ये भी नया मामला वही से हैं |
अब देखना ये होगा की आखिर किस तरह से बीजेपी के आलाकमान इस समस्या से निपटते हैं |