उत्तर प्रदेश की योगी सरकार न केवल दिन के समय काम कर रही हैं बल्कि देर रात तक मुख्यमंत्री कार्यालय में काम हो रहा हैं. आज कल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ताबड़तोड़ मीटिंग कर रहे हैं और इन मीटिंग्स में फैसलें भी ताबड़तोड़ ही लिए जा रहे हैं.
ऐसे ही एक फैसले से योगी सरकार ने पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार की समाजवादी पेंशन योजना पर रोक लगा दी है. योगी सरकार के अनुसार इस योजना पर पहले जाँच बैठायी जायेगी जिससे ये पता चल सके कि इस योजना का लाभ जिन लोगों को प्राप्त हो रहा है वो इसके लाभ के पात्र हैं भी या नही.
आपको याद दिला दें कि समाजवादी पेंशन योजना का प्रचार बोल्ल्यव्वोद अभिनेत्री विधा बालन ने किया था. अब ये योजना दोबारा शुरू की जायेगी या नहीं ये रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा. इस योजना के ऊपर रिपोर्ट एक महीने के अन्दर आने की संभावना हैं. रिपोर्ट कुछ भी आए ये तो तय है कि इस योजना का नाम अब समाजवादी पेंशन योजना तो नहीं रहेगा.
लेकिन योगी सरकार केवल समाजवादी पेंशन योजना तक ही नहीं रुकी बल्कि सपा के कार्यकाल में बनें साइकिल ट्रैक पर भी हथोडा चलाने की पुरी तैयारी में हैं. इस पर सरकार के पास ये तर्क हैं कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) महकमे के काम की समीक्षा के दौरान ये बात सामने आई कि कई जगहों पर साइकिल ट्रैक बनाने से सड़क बहुत संकरी हो गई है. सरकार ने कहा है कि जहां से सड़क में रुकावट बन रही है, वहां साइकिल ट्रैक तोड़े जा सकते हैं.
यूपी में सत्ता में आते ही योगी आदित्यनाथ ने जून तक सड़कों को सही करने का अल्टीमेटम दे दिया था. यूपी सर्कार का लक्ष्य 15 जून तक प्रदेश की 85,943 किलोमीटर सड़कों को दुरूस्त करने का हैं. अब अगर ये सभी फैसलें प्रदेश के सुधार के लिए हैं तो इनकी तारीफ कि८ जानी चाहिए लेकिन अगर ये समाजवादी पार्टी द्वारा किये गए कामों के प्रति दुर्भाव की द्रष्टि से किये जा रहे हैं तो ये चिंता का विषय हो सकते हैं.