कल उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान होना हैं. कल के मतदान के साथ ही यूपी की आधी सीटों पर मतदान पूरे हो जाएंगे. मतलब 403 में से 209 सीटों पर मतदान हो जाएगा. कल के मतदान में अखिलेश के 10 मंत्रियों की साख दांव पर लगी है. कल लखनऊ कैंट सीट से मुलायम की छोटी बहू अपर्णा व बीजेपी की दिग्गज नेता रीता बहुगुणा जोशी के भाग्य का फैसला भी मतदाता करेंगे. ऐसा ही मुकाबला लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष स्वाति सिंह व अखिलेश के चचेरे भाई अनुराग यादव के बीच में भी होगा.
इस बार के चुनावी चरण में सभी दलों के बड़े नामों के खूब प्रचार किया लेकिन जिन नेताओं ने मुख्य रूप से केवल इसी चरण के लिए चुनाव प्रचार किया हैं उनमे से एक हैं प्रियंका गाँधी वाड्रा ने कल रायबरेली व अमेठी में सपा कांग्रेस गठबंधन का प्रचार किया व दुसरे हैं सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव. पहले दो चरणों में प्रचार नहीं करने वाले नेताजी ने तीसरे चरण में इटावा की जसवंतनगर सीट से पार्टी उम्मीदवार अपने भाई शिवपाल यादव और लखनऊ छावनी सीट से सपा प्रत्याशी अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव के पक्ष में चुनावी सभाओं को सम्बोधित किया.
तीसरें चरण में 12 में 7 ऐसे जिले हैं जहाँ कभी भाजपा व बसपा का परचम लहराता था लेकिन अब सपा की तूती बोलती हैं. लखनऊ में विधानसभा की 9 सीटें हैं, जिन पर कल ही मतदान होना हैं. साल 2012 में सपा ने यहाँ से 7 सीटें जीती थीं जबकि बीजेपी को केवल 1 सीट मिली थी. कांग्रेस को भी एकमात्र सीट लखनऊ कैंट की मिली थी.
इस चरण में अखिलेश यादव के शिवपाल यादव का भी भाग्य तय होना हैं. शिवपाल जसवंत नगर से चुनाव में खड़े हैं. जसवंत नगर से शिवपाल सिंह यादव लगातार चुनाव जीतते आए हैं. साल 2002 में मुलायम सिंह ने ये सीट शिवपाल सिंह यादव के लिये छोड़ी थी. लेकिन इस बार शिवपाल के लिए उनका अपना भतीजा अखिलेश यादव मुश्किलें खडी कर रहा हैं. अपने एक भाषण में अखिलेश यादव ने नाम लिए बिना लोगों से चाचा को हराने की अपील कर डाली.
अब फैसला जनता के हाथ में हैं लेकिन इस चरण के चुनावों में सपा की प्रतिष्टा तो दांव पर लगी हैं.