नोटबंदी सबसे अधिक शादियाँ और शादी वाले घर प्रभावित हुए है. सिर्फ आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना में लगभग 50,000 शादियाँ कैश की कमी के कारण postpone कर दी गयी हैं. पंडितों के अनुसार आज का दिन आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में शादियों के लिए बहुत शुभ माना जाता है. लेकिन अधिकतर परिवार जिनमे शादियाँ होनी है, वो इस नोटबंदी के समय में कैश का इंतजाम नहीं कर पाए और इन दो राज्यों की 50,000 शादियाँ अब किसी और दिन होगी.
हालाँकि RBI ने बैंकों को शादी वाले घरों के किये 2.5 लाख रूपये कैश देने के निर्देश दिए है. मगर इसके बाद भी लोगों को आसानी से नकद राशि नहीं मिल पा रही है. इसका एक कारण ये है कि RBI ने नकद राशी देने के दिशा निर्देश बहुत ही कड़े रखें हैं.
यदि आप किसी को नकद में भुगतान करते है तो आपको उससे नकद पेमेंट की रसीद लेनी होगी. साथ ही जिन लोगों को आप नकद में भुगतान कर रहे है उन्हें ये प्रमाणित करना होगा कि उनके पास कोई बैंक अकाउंट नहीं है. इन्ही नियमों के चलते अधिकांश लोगों ने फिलहाल शादी को टालना ही ठीक समझा.
जो लोग सभी डाक्यूमेंट्स को बैंक को दे रहे है, उन्हें भी बैंक 1.2 लाख से अधिक की राशि नकद नहीं दे पा रहे है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्यूंकि बैंक में भी कैश की किल्लत चल रही है.
कुछ लोगों ने अपने बच्चों की शादी के लिए अपनी प्रॉपर्टी बेच कर पैसा बैंक में जमा किया था. और अब अपना ही पैसा न मिलने के कारण उनके पास शादी को आगे बढ़ाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. ज्योतिषियों के अनुसार शादियों के लिए अगला शुभ दिन 15 जनवरी को है. लोगों को उम्मीद है कि तब तक शायद नोट बंदी से हुई नकद की किल्लत भी दूर हो जाएँ और वो बिना किसी दिक्कत के शादी को एन्जॉय कर पायें
नोट बंदी के सीजन में जो शादियाँ हो रही है उनमे भी नकद की कमी आसानी से दिखाई दे रही हैं. हाल ही में एक शादी में मेहमानों को सिर्फ चाय ही परोसी गयी. इसका जिक्र प्रधानमंत्री ने “मन की बात” में भी किया था.