तेलंगाना में दो विधानसभा सीटें खाली हो गई हैं। तेलंगाना सरकार ने इस बात की जानकारी गैजेट के जरिए दी है, जिसमे कहा गया है कि नलगोंडा और आलमपुर विधानसभा सीट खाली हो गई है क्यंकि यहां के विधायकों को पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है।
इन दोनों सीटों पर कांग्रेस के विधायक कोमाती रेड्डी वेंकट रेड्डी और एसए संपथ कुमार थे, लेकिन उन्हें पार्टी से बाहर निकालने के बाद यह सीटें खाली हो गई हैं। तेलंगाना विधानसभा के सचिव डॉक्टर नरसिम्हा चरयुलु ने इस बात की जानकारी गैजेट के जरिए दी है, जिसमे उन्होंने कहा कि इन दोनों विधायकों की सदस्यता को आज रद्द कर दिया गया है, जिसके बाद यह दोनों सीटें खाली हो गई हैं। वेंकट रेड्डी नलगोंडा विधानसभा सीट से विधायक थे, जबकि संपथ कुमार आलमपुर विधानसभा सीट से विधायक थे। दोनों ही विधायकों के निष्कासन के बाद उनकी सदस्यता को रद्द किए जाने के प्रस्ताव को पास कर दिया गया है, जिसके बाद यह दोनों सीटें खाली हो गई हैं।
गुजरात में सदन में ही विधायको ने एक दूसरे पर हाथ उठाया –
सविंधान की किताब लेकर निष्ठां और अनुशासन की शपथ लेने वाले विधायक आज इसके उलट काम करते दिख रहे है और ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला गुजरात विधानसभा में | गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों ने जमकर हंगामा किया है। उन्होंने सदन में भाजपा के एक विधायक को बेल्ट से पीटा। इस घटना के बाद से हंगामा मच गया है। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस के 28 विधायकों को 15 दिनों के लिए स्पीकर ने निलंबित कर दिया। आपको बता दें कि कांग्रेस के सभी विधायक पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक विरजी थूमर के निलंबन का विरोध कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने निलंबित विधायकों को मार्शल से सदन से बाहर निकलवा दिया | जब कांग्रेस के मुख्य सचेतक अमित चवदा ने पार्टी विधायकों की ओर से माफी मांगी तो स्पीकर ने निलंबन वापस लिया।हंगामा उस वक्त हुआ, जब कृषि मंत्री आरसी फाल्दू अपने विभाग के लिए बजटीय मांग रख रहे थे। उसी दौरान कांग्रेस विधायक प्रताप दूधट ने उन्हें राकने की कोशिश की जिसपर भाजपा विधायक जगदीश पंछल से उनकी नोंकझोंक हो गई। बस यही नोंकझोंक बवाल में बदल गया और कांग्रेस विधायक ने बेल्ट से उनकी पिटाई कर दी।
हो रही देशभर में निंदा –
आपको बता दे की इन हरकतों से पूरे देशभर में इन विधायको समेत पार्टियों को भी निशाना बनाया जा रहा है और जनता इन्हें जमकर कोष रही है | जाहिर है की जब जनता को अनुशासन और शालीनता का पाठ पढ़ाने वाले विधायक ही ऐसी हरकत करने लग जाए तो कही ना कही ये बड़े शर्म की बात है और इसके बारे में विचार किया जाना चहिये |