प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात के बनासकांठा जिले में किसान रैली को संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी यहाँ को-ऑपरेटिव डेयरी प्लांट का उद्घाटन करने डीसा आए थे. इस रैली में किसानो को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि वो बनासकांठा प्रधानमंत्री बनकर नहीं इस धरती की संतान के रूप में आये हैं.
हिंदी में दिया भाषण
अभी तक प्रधानमंत्री ने गुजरात में अपने अधिकतर भाषण गुजराती में ही दिए है. लेकिन आज का भाषण हिन्दी में था. उन्होंने गुजराती के बजाय हिंदी में भाषण देने की वजह भी बताई. प्रधानमंत्री ने कहा हिंदी में इसलिए बोल रहे हैं कि ताकि देश के लोगों को यह पता चले कि बनासकांठा के किसान किस तरह काम कर रहे हैं. उन्होंने बनासकांठा के किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि बनासकांठा के किसानो ने यहाँ की बंजर धरती को सोना उगलने वाली जमीन में बदल दिया. साथ ही ये सलाह भी दी कि बनासकांठा के लोगो को पानी बचाने की जरूरत है.
नोटबंदी पर भी की बात
प्रधानमंत्री ने आज भी 8 नवम्बर को बड़े नोटों पर लगाये गये ban की बात करते हुए कहा कि इस ban के बाद छोटे नोटों के साथ साथ गरीब को ईमानदार लोगों की ज्यादा पूछ होने लगी है. प्रधानमंत्री ने नोटबंदी को आतंकवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ हथियार बताया. आज एक बार फिर पीएम मोदी ने डिजिटल पेमेंट की वकालत की.
लोकसभा की भी की चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा इसलिए उन्होंने जन सभाओं में बोलने का रास्ता अपना लिया. पीएम मोदी ने कहा कि संसद में चल रहे गतिरोध से राष्ट्रपति भी परेशान हैं.