सता के नशे में चूर होकर आज के समय में हर एक नेता विवादित बयान देने पे अमादा हो गया हैं , चाहे वह एक पार्षद हो या फिर वैंकेया नायडू जैसा केन्द्रीय मंत्री |
देशभर में कई राज्यों के किसान आंदोलन कर रहे हैं, किसान अपनी फसल का उचित मूल्य हासिल करने के लिए सड़को पर उतर आए हैं वही वेंकैया नायडू ने कहा कि इन दिनों कर्जमाफी एक फैशन बन गया है, उन्होंने कहा कि किसानों को लोन माफी में छूट जरूर दी जानी चाहिए लेकिन ऐसा तब करना चाहिए जब परिस्थित काफी खराब हो। नायडू ने कहा कि कर्जमाफी किसानों की समस्या का समाधान नहीं है।
विपक्ष ने किया पलटवार
नायडू के इस बयान पर सीपीआई (एम) नेता सीतारम येचुरी ने कहा कि पिछले तीन सालों का आंकड़ा देखें तो 36-40 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं, लेकिन जिस तरह से नायडू ने कर्जमाफी को फैशनेबल बताया है वह अन्नदाता का अपमान है।
एमपी के हालात बुरे
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में सिवानी, माल्वा, बानापुर में किसानों ने रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर दिया है, किसानों के प्रदर्शन के चलते ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित हुई है। इसके अलावा मध्य प्रदेश के दो किसानों ने आत्महत्या भी कर ली है।
पांच किसानो की हुई थी मौत
प्रदेश में किसानों का आंदोलन हर रोज तेज होता जा रहा है। किसान फसल की उचित लागत के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। गौरतलब है कि किसानों के प्रदर्शन पर मंदसौर में पुलिस ने गोली चला दी थी, जिसकी वजह से पांच किसानों की मौत हो गई थी।
जाहिर हैं की इससे पहले भी बीजेपी के कई सारे केन्द्रीय मंत्रियों ने विवादित बयान दिए हैं हालाकि अभी तक पार्टी की तरफ से इसके बारे कोई स्पष्टीकरण नहीं आया हैं |