नरेंद्र मोदी ने आज मुम्बई में छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल की आधारशिला रखी और छत्रपति शिवाजी महाराज के भव्य स्मारक के लिए जलपूजन किया. इसके बाद पीएम ने बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स में रैली को संबोधित किया. इस रैली में भी प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी के फैसले के विषय में बात की.
मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्पलेक्स में मंच पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व उनका पूरा कैबिनेट मौजूद रहा. इसके अलावा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, नितिन गडकरी, और केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु भी मौजूद रहें. मुंबई का ये दौरा राजनितिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण हैं. महाराष्ट्र के निकाय चुनावों में नोटबंदी के बाद मिली जीत का भी प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भासन के दौरान उल्लेख किया.
इस स्मारक की विशेषता शिवाजी की मूर्ति की ऊंचाई हैं. शिवाजी की मूर्ति स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी से भी ऊँची होगी.
विपक्षी दलों पर किया जोरदार प्रहार
विपक्षी दलों ने आजकल प्रधानमंत्री मोदी को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से घेरा हुआ हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई में भी विपक्ष को उसके नोट बंदी के विरोध के लिए गलत साबित करने में कोई कसर नहीं छोडी. आजादी के 70 सालों बाद तक 18 हजार गावों में भी बिजली न पहुचने के लिए पिछली सरकारों की आलोचना की. साथ ही ये भी कहा कि जहां बिजली नहीं थी हमारी सरकार ने 1000 दिन में उन गांवों में बिजली पहुंचाने का बीड़ा उठाया। आधे गांवों तक बिजली पहुंच भी चुकी है।
नोटबंदी का किया समर्थन
प्रधानमंत्री ने रैली में लोगों को सम्बोदिथ करते हुए कहा कि नोटबंदी को लेकर लोगों को गुमराह करने की कोशिशें भी हुईं लेकिन लोग गुमराह नहीं हुए. नोटबंदी के बाद आम आदमी के संघर्ष के विषय में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 50 दिन बाद ईमानदार लोगों की तकलीफ कम होगी और बेइमानों की तकलीफ बढ़ जाएगी. साथ ही ये भी कहा कि कहा कि कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ ये लड़ाई तब तक नहीं रूकेगी, जब तक हम जीतेंगे नहीं. साथ ही ये भी कहा कि नोटबंदी देश की सफाई व्यवस्था का अभियान हैं.
विकास पर दिया बल
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में बताया कि विकास सभी समस्याओं का हल हैं. साथ ही ये भी कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता विकास ही हैं.