जहाँ देश भर की नजरे यूपी चुनाव में टिकी हुई हैं और हर पार्टी अपना पूरा जोर चुनाव प्रचार करने में लगा रही हैं तो वही दूसरी और सपा अपने आंतरिक कलह से ही नहीं निकल पा रही हैं | पहले टिकट के अधिकारों को लेकर मारामारी और फिर अखिलेश का निष्कासन और अब मुलायम सिंह ने सपा ऑफिस में ताला ही लगवा दिया और दिल्ली चले गए |
गौरतलब हैं की मुलामय सिंह ने सपा कार्यालय छोड़ने से पहले अखिलेश यादव के नाम की राष्ट्रीय अध्यक्ष की नेम प्लेट व प्रदेश अध्यक्ष की नेम प्लेट को हटावाया और एक बार फिर से उसकी जगह अपना नाम व शिवपाल यादव की नेमप्लेट लगवाई। दिल्ली रवाना होने से पहले मुलायम ने पार्टी कार्यालय के कमरों में ताला लगवा दिया और चाभियां अपने ओएसडी जगजीवन से लेकर पार्टी कार्यालय से निकल गए। लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि जब मुलायम सिंह सपा के कार्यालय के कमरों के भीतर ताले लगवा रहे थे तो बाहर अखिलेश यादव समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
किया अखिलेश का बचाव –
समाजवादी पार्टी के भीतर चल रहे विवाद के बीच मुलायम सिंह ने फिर से इस विवाद से इतर बयान देते हुए अखिलेश यादव का बचाव किया। दिल्ली रवाना होने से पहले मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जब किसी तरह का विवाद ही नहीं है तो समझौता किस बात का होगा। उन्होंने कहा कि अखिलेश मेरा बेटा है और वह जो कर रहा है ठीक कर रहा है। मुलायम के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि वह एक बार फिर से सपा के भीतर मचे घमासान को खत्म करना चाहते हैं, इसी के चलते वह अखिलेश से तनातनी को कम करने का रास्ता ढूंढ़ रहे हैं।
चुनाव आयोग से मिलेगे मुलायम –
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने सपा के भीतर घमासान पर दोनों ही गुटों से पार्टी के स्वामित्व व चुनाव चिन्ह पर दावे को लेकर 9 जनवरी को अपना जवाब देने को कहा है| लेकिन यहां यह देखना दिलचस्प होगा कि एक तरफ जहां 90 फीसदी लोगों का समर्थन अखिलेश के पक्ष में बताकर रामगोपाल यादव पहले ही पार्टी पर दावा ठोंक चुके हैं, तो मुलायम खेमा किस तरह से अपने दावें को मजबूत करता है।