देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब से सत्ता में आये है तो लगातार दुनियाभर की यात्रा करके निवेशको को भारत में आने की सलाह दे रहे है और उनके लिए सरल और आसान कानून बनाने का दावा कर रहे है | आज ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला भारत कोरिया कारोबार शिखर सम्मेलन में | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-कोरिया कारोबार शिखर सम्मेलन में कहा कि भारत विश्व की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है साथ ही उन्होंने कहा कि भारत विश्व के देशों के साथ व्यापार करने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने कारोबार के लिए स्थिर माहौल बनाने की दिशा में काम किया है और मनमाने ढंग से फैसले लेने के चलन को खत्म किया है। पीएम मोदी ने सम्मेलन के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि रोजाना के लेन-देन को सकारात्मक बनाए।
भारत और कोरिया में कई सारी समानताएं –मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मे भारत कोरिया बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और कोरिया में कई समानताएं हैं। कोरिया ने दुनिया को कई बेहतरीन उत्पाद दिए है। दक्षिण कोरिया में भी भारतीय फिल्मे देखी जाती रही है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में ताज पैलेस होटल में भारत-कोरिया व्यापार सम्मेलन को संबोधित किया। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य दोनों देशों के शीर्ष व्यापार जगत के नेताओं और सरकारी अधिकारियों के बीच एक खुली और क्रिया-उन्मुख बातचीत के लिए रूपरेखा तैयार करना है।
भारत में बताया बिजास को आसान –
भारत-कोरिया संबंधों के बारे में प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि मैं कोरियाई लोगों के उद्यमशीलता की भावना की प्रशंसा करता हूं मैं उस तरीके की प्रशंसा करता हूं जिसमें उन्होंने अपने वैश्विक ब्रांड बनाए और बनाए रखा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स से ऑटोमोबाइल और स्टील के लिए, कोरिया ने दुनिया के लिए अनुकरणीय उत्पादों को जोड़ा। प्रधान मंत्री मोदी ने कहा, ‘हमने एक स्थिर कारोबारी माहौल बनाने, निर्णय लेने में मध्यस्थता को दूर करने के लिए काम किया है, हम प्रतिदिन के लेन-देन में सकारात्मकता की तलाश करते हैं, हम विश्वास के क्षेत्रों को चौड़ा कर रहे हैं यह भारत की मानसिकता के पूर्ण परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करता है।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरियाई निवेशकों से भारत में अधिक से अधिक निवेश करने की अपील करते हुए कहा कि भारत आज निवेश के लिए हर अनुकूल स्थिति मुहैया कराने में सक्षम है। इंडिया- कोरिया बिजनेस समिट के अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि दुनिया में कुछ ही ऐसे देश हैं जिनमें अर्थव्यवस्था के तीन सबसे बड़े फैक्टर-डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डिमांड मिलते हैं। भारत आज निवेशकों के लिए इन तीनों फैक्टर को उपलब्ध करा रहा है।
जाहिर है की मोदी आये दिन निवेशको से मिलकर उन्हें भारत में अधिक से अधिक निवेश करने की सलाह देते है लेकिन अभी तक भारत में कोई भी निवेशक नहीं आया है , जिसके लिए विपक्ष आये दिन उन्हें घेरता रहता है |