यूपी में कोई नेता अपना भाषण ढंग दे या नहीं लेकिन दुसरे विपक्षी दल का भाषण सब जरूर ध्यान से सुनते हैं और उसपे तंज कसते हैं और ऐसा ही कुछ हुआ पीएम मोदी की कल की रैली के दौरान जब उन्होंने शमशान बनाने का जिक्र किया तो सभी विपक्षी दलों ने उन्हें जमकर घेरा |
बीजेपी के खिलाफ जा सकता हैं ये बयान –
प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद तमाम चुनावी विशेषज्ञों का कहना है कि यह चुनाव में भाजपा के खिलाफ जा सकता है और इसका नुकसान पीएम को उठाना पड़ सकता है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री का यह बयान समाजवादी पार्टी के लिए मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि सपा को मुसलमान वोट बैंक की बड़ी पार्टी माना जाती है, लिहाजा पीएम के इस बयान से मुस्लिम वोटों का ध्रुवीकरण हो सकता है, जिसका सीधान नुकसान भाजपा को होगा।
हो सकते हैं हिन्दू वोट एकजुट –
पीएम का बयान तमाम हिंदु जातिओं को एकजुट करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। यूपी में अगले चार चरण के मतदान काफी अहम हैं, शुरुआत के तीन चरण मुख्य रूप से स्थानीय मुद्दों पर निर्भर थे, लेकिन आखिरी के चार चरण जिसमें मध्य यूपी, पूर्वांचल अहम हैं। आगे के चरणों में पूर्वांचल काफी अहम है, यहां मुस्लिमों की संख्या काफी अधिक है, सपा-कांग्रेस और बसपा मुस्लिम वोटबैंक में सेंधमारी की पूरी कोशिश कर रही है, ये तीनों ही दल मुस्लिम वोटों पर काफी हद तक निर्भर हैं। ऐसी परिस्थिति में भाजपा के लिए हिंदु वोट काफी अहम हो जाते हैं, लिहाजा पीएम के बयान के बाद वोटों की ध्रुवीकरण के उम्मीद बढ़ गई है।
दलित वर्ग का यह समीकरण –
भाजपा इस चुनाव को बड़े अंतर से जीतना चाहती है लिहाजा पीएम का यह बयान काफी अहम हो सकता है। इस बार के चुनाव में भाजपा सवर्ण वोट बैंक पर बहुत हद तक निर्भर है, ऐसे में पीएम के इस बयान के बाद यादव-ओबीसी वोट बैंक को भी मजबूत करेगा, ऐसे में पीएम का इस तरह का बयान हिंदुओं के वोट को उसकी तरफ आकर्षित कर सकता है।
ये कहा था मोदी ने –
मोदी ने कहा था की अगर गाँव में कब्रिस्तान बनते हैं तो शमशान भी बनने चाहिए और रमजान पे बिजली आती हैं तो दिवाली पे भी भरपूर बिजली आनी चाहिए |