आज पंजाब में एक चुनावी रैली को सम्भोदित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के विषय में बोला कि कांग्रेस एक डूबता जहाज हैं. जिस तरह से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सपा में विधानसभा सीटों का विभाजन हुआ हैं उससे भी कांग्रेस की प्रतिष्ठा को नुकसान ही पहुंचा हैं. कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गाँधी कांग्रेस्सियों के नेता तो बन गये हैं लेकिन देश के नेता के रूप में अभी जनता उन्हें स्वीकार नहीं पाई हैं. ऐसे में कांग्रेस्सियों का व जनता का प्रियंका गाँधी वाड्रा की और आशा भरी नज़रों से देखना जायज हैं.
उत्तरप्रदेश में सपा व कांग्रेस के गठबंधन करवाने में प्रियंका गाँधी ने महतवपूर्ण भुमिका निभायी. इससे भी कांग्रेस कार्यकर्त्ता उत्साहित हैं. कांग्रेस्सियों को ये बात पता हैं कि आम जनता प्रियंका गाँधी वाड्रा में उनकी दादी इंदिरा गाँधी के व्यक्तियव की झलक देखते हैं. इस गठबंधन के होने के बाद सी ही पार्टी में प्रियंका का कद राहुल गाँधी से भी ऊंचा हो गया हैं.
गुलाब नबी आज़ाद समेत यूपी के अन्य कुछ नेता उत्तर प्रदेश में हुए सपा के साथ कांग्रेस के गठबंधन के खिलाफ थे. लेकिन प्रशांत किशोर द्वारा तैयार एक प्रेसेंटेशन में उन्होंने प्रियंका को बताया कि कांग्रेस खुद अकेले चुनाव लड़ती है तो करीब 20 सीटें मिलेंगी. यदि गठबंधन के साथ लड़ते हैं तभी हमें फायदा होगा. जिसके बाद सपा और कांग्रेस में गठबंधन मुमकिन हो पाया.
पाँच राज्यों में होने वाले चुनावों में से प्रियंका गाँधी का फोकस पंजाब व उत्तर प्रदेश के चुनावों पर होना बताया जा रहा हैं. कांग्रेस में गांधी परिवार के बाहर सबसे ताकतवर शख्स अहमद पटेल जिस प्रकार सपा कांग्रेस गठबंधन का श्रेय प्रियंका को दिया हैं उससे ऐसा लगता हैं कि कांग्रेस भी प्रियंका को एक सक्षम नेता के रूप में प्रमोट करना चाहती हैं. यहाँ हैरत की बात ये भी हैं कि इस पूरे समझोते के मसोदे में कांग्रेस की और से राहुल गाँधी का जिक्र नही के बराबर किया गया. हालाँकि कांग्रेसी नेताओं का यही कहना हैं कि राहुल गाँधी ने सपा कांग्रेस गठबंधन की जिम्मेदारी प्रियंका को दी थी.
प्रियंका का आम जन से जुड़ाव अधिक हैं. ये ही कारण था कि प्रियंका गांधी की एक इमोशनल अपील पर लोगों ने अनुभवी नेता अरुण नेहरू को 1999 के चुनावों में धुल चटा दी थी.
कांग्रेस के सभी नेता चाहते हैं कि प्रियंका गाँधी वाड्रा सक्रीय राजनीति में आ जाएँ और अगर कांग्रेस यूपी और पंजाब में सत्ता में आ जाती हैं तो ऐसा होना संभव भी हैं.