जैसा कि आप जानते हैं पूरे आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम को देश भर से दर्शकों का शानदार प्यार और सपोर्ट मिलती है. महेंद्र सिंह धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स एक ऐसी टीम है जिसके चाहने वाले केवल चेन्नई में ही नहीं बल्कि देश के कौने-कौने में शामिल हैं ! ख़ासकर चेन्नई में तो पूछो ही मत ! चेन्नई के लोगों के लिए महेंद्र सिंह धोनी एक देवता समान हैं और शायद यही कारण है कि टीम के प्रैक्टिस मैच में भी करीब 20,000 लोग चेन्नई की टीम को देखने के लिए चेपौक स्टेडियम में इकठ्ठा हुए थे. इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में भी हज़ारों की संख्या में लोग अपनी टीम को सपोर्ट करने के लिए चेपौक स्टेडियम में मौजूद थे परन्तु शायद ही किसी फैन ने ऐसा सोचा होगा कि चेन्नई सुपर किंग्स को चीयर करना उन्हें बहुत ही ज़्यादा भारी पड़ सकता है ! जी हाँ हाल ही में इन्टरनेट पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी चेन्नई सुपर किंग्स के फैंस को बुरी तरह से मारते नज़र आ रहे हैं !
यदि आप नहीं जानते तो हम आपको बता दें कि चेन्नई में कावेरी नदी को लेकर बहुत ही बड़ा विवाद चल रहा है. राज्य के कौने-कौने में प्रदर्शनकारियों द्वारा कड़ा पर्दर्शन किया जा रहा है जिसके चलते अब चेन्नई सुपर किंग्स के आगे के मैच भी पुणे में शिफ्ट कर दिए गये हैं. जी हाँ चेन्नई सुपर किंग्स अब इस साल चेपौक ग्राउंड पर दोबारा नहीं नज़र आएगी और आगे के होम मैच टीम पुणे में खेलती नज़र आने वाली है.
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हुए मैच में भी कुछ प्रदर्शनकारी स्टेडियम में मौजूद थे जिन्होंने मैच के बीच में ग्राउंड पर जूते भी फेंके ! जी हाँ आप नीचे फाफ डू प्लेसिस के हाथ में एक जूता देख सकते हैं जोकि एक प्रदर्शनकारी द्वारा ग्राउंड में फेंका गया था !
केवल इतना ही नहीं अब तो प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आये हैं और दिन-दहाड़े चेन्नई सुपर किंग्स के फैंस पर हमला कर रहे हैं. नीचे वीडियो में आप देख सकते हैं कि कुछ प्रदर्शनकारी चेन्नई सुपर किंग्स के फैंस के साथ बुरी तरह से मार-पीट कर रहे हैं !
यहाँ देखें वीडियो-
https://www.instagram.com/p/Bha3twyg064/?taken-by=_virat._kohlii
यहाँ आश्चर्य की बात यह है कि कावेरी नदी के विवाद को आखिर क्रिकेट के साथ क्यों जोड़ा जा रहा है ? आखिर क्रिकेट और चेन्नई सुपर किंग्स के चाहने वालों को पर ऐसे दिन-दहाड़े हमला क्यों किया जा रहा है ? यह वाकिये ही एक चिंता का विषय है और अब यही उम्मीद लगाई जा सकती है कि चेन्नई की स्टेट गवर्नमेंट जल्द से जल्द इस मुद्दे का हल निकाले ताकि इस तरह के हमलों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके !