सपा में चल रहे घरेलू अंतर्कलह के कारण अब उसके नेता और मंत्री भी नाराज होते दिखाई दे रहे हैं | मुलायम सिंह ने 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जिसमे से कई सारी पूर्वांचल के मंत्रियों और विधायको के टिकट काट दिए जिससे वहां की सियासत गरम होने लगी हैं |
कौन हुआ इस उलटफेर का शिकार –
इस उलटफेर के शिकार पूर्वांचल में बलिया के बांसडीह क्षेत्र से विधायक, पंचायतीराज मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी भी हुए हैं। उनकी जगह नीरज सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। वह नगर पंचायत सहतवार की चेयरमैन स्वर्णप्रभा सिंह के बेटे हैं। जैर हैं की रामगोविंद का टिकट काटे जाने से उनके समर्थको में निराशा और आक्रोश हैं वही दूसरी तरफ नीरज सिंह जो की युवा नेता हैं उनमे जोश और उत्साह हैं | बलिया में सदर सीट से नारद राय, बैरिया से जयप्रकाश अंचल, सिकंदरपुर से मोहम्मद रिजवी को दोबारा प्रत्याशी घोषित किया गया है। फेफना में अंबिका चौधरी और रसड़ा विधानसभा सीट पर सनातन पांडेय को प्रत्याशी बनाने की घोषणा पहले ही हो चुकी है।
वाराणसी और सोनभद्र से भी कटे टिकट –
वाराणसी में शहर उत्तरी के प्रत्याशी अब्दुल समद अंसारी का टिकट काटकर ओपी सिंह को दिया गया है। सोनभद्र में घोरावल विधायक रमेश चंद्र दूबे का टिकट काटकर जय प्रकाश पांडेय को दिया गया है। ओबरा से पूर्व जिलाध्यक्ष संजय यादव और दुद्धी (सु.) से विधायक रूबी प्रसाद को टिकट मिला है।
गौरतलब हैं की जिनका टिकट कटा हैं उनमे से अधिकांशतः अखिलेश समर्थक हैं और मुलायम सिंह यादव की लिस्ट में उनका नाम हैं ऐसे में बताया जा रहा हैं की अखिलेश समर्थको में भरी आक्रोश हैं क्योकि कई सारी सीनियर मंत्रियों और विधायको के टिकट काट करके कई नए लोगो को टिकट दिया गया हैं जो की पुराने नेताओ को नागवार गुजर रहा हैं | ऐसे में सपा के सबसे ज्यादा वोट बैंक वाले क्षेत्र पूर्वांचल में ऐसा होने से कई मंत्री और नेताओं के बागी सुर सामने आने लगे हैं |
जाहिर हैं की सपा हर हाल में चुनाव जीतना चाहती हैं और बिना गठबंधन के अपनी सरकार बनाना चाहती हैं लेकिन ऐसे में चल रहे पारिवारिक विवाद से सपा को भयंकर नुकसान होने की आशंका हैं |