नरेंद्र मोदी के गढ़ “गुजरात” में आज राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया. राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी को सहारा ने पैसे दिए थे. राहुल ने बताया 6 महीनो में 9 बार सहारा कंपनी ने 2013-2014 में नरेंद्र मोदी को करोड़ो रूपये दिए.
गुजरात के मेहसाणा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने ये आरोप लगायें. राहुल ने सहारा के साथ ही बिरला कंपनी का नाम भी जोड़ा. इसके लिए राहुल गाँधी ने सहारा ग्रुप के आयकर विभाग में जमा किये गये दस्तावेजों का सहारा लिया. नरेंद्र मोदी पर भ्रष्टाचार का ये अपने आप में पहला आरोप हैं. राहुल गाँधी के अनुसार आयकर विभाग के पास ये जानकारी पिछले ढाई सैलून से हैं, फिर भी अभी तक कोई कार्यवाही क्यूँ नहीं की गयी.
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ऐसा पहली बार था जब कांग्रेस के उपाध्यक्ष गुजरात में जन सभा को संबोधित कर रहे थे. यहीं भी राहुल गाँधी ने नोटबंदी पर सरकार को घेरा. प्रधानमंत्री के फैसलों को कटघरे में खड़ा करते हुए राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 15 उद्योगपतियों के कर्ज माफ़ कर दिए लेकिन गरीब किसान का क़र्ज़ माफ़ करने पर कुछ नहीं बोला. राहुल के अनुसार ये नोटबंदी अमीरों के 8 लाख करोड़ का क़र्ज़ माफ़ करने के लिए की गयी हैं.
मेहसाणा के मंच से राहुल ने गुजरात के पाटीदारों का जिक्र भी किया. राहुल ने कहा कि शांति से चल रहा पाटीदार आन्दोलन बुरी तरह जुचल दिया गया. इस आन्दोलन के दौरान किसी भी पाटीदार आन्दोलनकारी ने कोई हिंसा नहीं कि. लेकिन फिर भी गुजरात में बच्चों और महिलाओं को मारा गया.
राहुल ने पीएम मोदी पर 40 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. राहुल ने जिस समय का जिक्र अपने भाषण में किया उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. पीएम मोदी की छवि आम जनता के बीच एक इमानदार नेता की बनी हुई हैं. राहुल के इन आरोपों को भाजपा ने सिरे से नकार दिया. बीजेपी ने राहुल गाँधी के विषय में कहा कि राहुल गंभीर नेता नहीं हैं. आज बीजेपी कांग्रेस उपाध्यक्ष के इन आरोपों का जवाब देने के लिए प्रेस कांफ्रेंस करेगी.
यहाँ सोचने वाली बात ये हैं कि कहीं ये ही तो वो आरोप नहीं जिससे राहुल संसद भूकंप लाने वाले थे ?