आज जैसे ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2017 का आम बजट पेश किया तो उसके बाद से ही नेताओं के तीखे बयान जारी हैं | बजट को लेकर कोन्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा हैं की ये बजट शेरो शायरी वला हैं | उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए भी बजट में सरकार ने कोई खास काम नहीं किया है। बजट में सरकार से बड़े ऐलानों की उम्मीद थी।
पोलिटिकल फंडिंग वाली बात में सरकार के साथ –
राहुल गांधी ने कहा, ‘हम बजट में कुछ बेहतर घोषणाओं की उम्मीद लगाकर बैठे थे, लेकिन कुछ नहीं मिला। बजट किसानों और युवाओं के खिलाफ है। सरकार ने किसानों के लिए बजट में कुछ नहीं किया और न ही युवाओं के लिए कोई ऐसी स्कीम की घोषणा की जिससे उन्हें फायदा हो।’ राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे के नियमों में बदलाव पर राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी किसी भी फैसले में सरकार का साथ देंगे जो पॉलिटिकल फंडिंग में सुधार और पारदर्शिता लाएगी।
मनीष तिवारी ने बताया शब्दों का जाल –
वहीं, कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि यह बजट सिर्फ शब्दों का जाल है। उन्होंने कहा, ‘बजट में युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए कुछ खास ऐलान नहीं किया गया और न ही रेलवे को उतना महत्व दिया गया।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि इस बजट से योजनाओं को बढ़ावा देने में सरकारी खर्च बढ़ेगा।
तो वही सरकार में भारतीय जनता पार्टी की साझेदार, शिवसेना के सांसद ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से पेश किए गए बजट में किसानों और युवाओं के लिए कुछ नहीं है।
राज्य के दक्षिणी मुंबई लोकसभा क्षेत्र से सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि इस बजट में किसानों,युवाओं , महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुछ नहीं है। वही बजट पेश करने से पहले भी विपक्ष ने काफी हंगामा किया क्योकि विपक्ष का कहना था की सांसद ई अहमद की मृत्यु के दौरान ही बजट क्यों पास किया जा रहा हैं , वित्त वर्ष आने में अभी समय हैं और आप इसे 31 मार्च तक पेश कर सकते हैं |