राहुल गाँधी आजकल गुजरात में हैं और मंदिर मंदिर घूम रहे हैं जिसकी काफी आलोचना भी हो रही हैं और उनके गैर हिन्दू होने का भी सवाल अब उथया जाने लगा हैं |राहुल गांधी गुजरात चुनाव प्रचार के लिए सोमनाथ पहुंचे थे। वहां राहुल ने सोमनाथ मंदिर के दर्शन किए। उन्होंने इस दौरान मंदिर में जलाभिषेक कर दर्शन-पूजन किया। राहुल गांधी ने मंदिर में काफी देर तक पूजा अर्चना की। यह 19वीं बार है जब राहुल मंदिर पहुंचे थे। राहुल और अहमद पटेल बुधवार को सोमनाथ मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे थे। इस दौरान इन दोनों ने विजिटर बुक में एंट्री की। इस बुक की एक तस्वीर के आधार पर बताया जा रहा है कि राहुल ने इसमें खुद को हिन्दू नहीं लिखा है। हालांकि विजिटर बुक पर राहुल गांधी के दस्तखत नहीं है। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी के हस्ताक्षर दिखाते हुए कहा है कि विजिटर बुक पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं, ना ही राहुल ने गैर-हिन्दू के तौर पर दस्तखत किए हैं। ये सिर्फ भाजपा का मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास है। इतना ही नहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल तो जनेऊधारी हिन्दू हैं और उनको लेकर इस तरह की बहस बिल्कुल फिजूल है। सुरजेवाला ने भी इसे भाजपा की ओछी राजनीति कहा है। वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि किसी के धर्म पर सवाल अहम है और इस पर राहुल गांधी को खुद जवाब देना चाहिए।
अमित शाह का प्लान कर रहे फालो
इतना ही नहीं सत्ता में वापसी के लिए पार्टी की ओर से हर वो दांव आजमाया जा रहा है जिसके जरिए बीजेपी सत्ता में काबिज है। पार्टी की ओर से इस खास मुहिम का नेतृत्व पूर्व आईपीएस ने संभाल रखा है। आखिर क्या है कांग्रेस का ये दांव, जिससे पार्टी के रणनीतिकार बीजेपी को चित करने का सपना संजोए हुए हैं | जरात में सत्ता वापसी की कवायद में जुटी कांग्रेस ने इस बार खास तैयारी की है। पार्टी नेता जहां सीधे तौर पर लोगों के बीच जा रहे हैं, उनसे मिल रहे हैं। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी रैलियां, रोड-शो के जरिए लोगों से मिल रहे हैं। इसके साथ-साथ कांग्रेस ने भी बीजेपी की तर्ज पर इस बार पूरे गुजरात में अहम कदम उठाया। पार्टी ने तीन लाख बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को चुना है, जो गुजरात कांग्रेस को मजबूती देने में अहम रोल निभाएंगे। गुजरात कांग्रेस की इस रणनीति का मोर्चा संभाल रहे हैं रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी कुलदीप शर्मा, जिन्होंने साल 2015 में कांग्रेस में एंट्री की थी।