कांग्रेस में आजकल इस्तीफों का दौर चल रहा है | यूंपी उपचुनाव में कांग्रेस की लुटिया डूबने के बाद मंगलवार को पार्टी को एक और बड़ा झटका तब लगा जब उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राज बब्बर , हालांकि, उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है। गौरतलब है कि राज बब्बर को साल 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। खबर है कि जब तक किसी और व्यक्ति को पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान नहीं मिलती है, तब तक राज बब्बर ही कामकाज देखेंगे, कहा जा रहा है कि राजबब्बर की जगह कोई ब्राह्म्ण चेहरा कुर्सी पर बैठ सकता है। वैसे इस रेस में जितिन प्रसाद, राजेश मिश्र और ललितेशपति त्रिपाठी का नाम आगे चल रहा है।
फेल हुआ बब्बर –
खैर क्या होगा , ये तो आने वाले वक्त में पता चल जाएगा लेकिन यहां बात करते हैं राजब्बर की, जिन्हें की बड़ी उम्मीदों के साथ कांग्रेस के हाईकमान ने यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष पद की कुर्सी सौंपी थी। राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज बब्बर की नियुक्ति की गई थी, जहां पर फिलहाल राजबब्बर फेल हो गए।
दरअसल अभिनेता से नेता बने राज बब्बर एक मुस्लिम समुदाय का पसंदीदा चेहरा माने जाते रहे हैं , जो कि आम जनता में अपनी पैठ रखता है, कांग्रेस को लगा था कि मुस्लिम वोटों को पार्टी के पक्ष में राज बब्बर करा सकते हैं लेकिन अफसोस राज बब्बर इस इम्तीहान में फेल हो गए। राज बब्बर पूर्व सपा नेता रहे हैं लेकिन कांग्रेस में उन्होंने वापसी जीत के साथ हुई थी और उन्होंने और सपा को उसकी जीत वाली सीट पर हराया था इसलिए पार्टी को लगा था कि विधानसभा चुनावों में भी वो काया पलट करेंगे लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं उल्टा पार्टी ने सपा से ही गठबंधन कर लिया, जो कि उसकी हार का सबब बना, ऐसा माना जाता रहा है कि बब्बर खुद इस फैसले के खिलाफ थे, हालांकि उन्होंने खुलकर कभी भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की।
राहुल गांधी के काफी करीबी –
राज बब्बर को राहुल गांधी का काफी करीबी माना जाता है, ऐसा कहा गया था कि उन्हीं के कहने पर उत्तर प्रदेश इकाई का अध्यक्ष उन्हें बनाया गया था। कांग्रेस के थिंक टैंकर प्रशांत किशोर भी इस बात से सहमत थे इस कारण राज बब्बर को ये सीट मिली थी, लेकिन राहुल की पसंद सत्ता की कसौटी पर खरी नहीं उतरी और इसलिए शायद राज बब्बर को अध्यक्ष की कुर्सी को छोड़नी पड़ी है। खैर देखते हैं कि राहुल गांधी इस बारे में अब क्या फैसला लेते हैं और राज बब्बर अब कहां जाते हैं।
आपको बता दे की यूपी उपचुनावों में कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई जिसके बाद भी उसे इस बात की ख़ुशी है की बीजेपी की हार हुई |