बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कर्नाटक में हाल ही में हुए घटनाक्रम पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि, हम कर्नाटक की जनता का धन्यवाद देते है। हमारा इस चुनाव में अच्छा प्रदर्शन रहा है। ये बोले शाह-
कांग्रेस ने सारी मर्यादाए पार की-
अमित शाह ने कहा- ‘जेडीएस की 80 फीसदी सीटों पर जमानत जब्त हो गई, 38 सीटें जीतने का जश्न मना रहे हैं क्या? मै बताना चाहता हूं कि कर्नाटक चुनाव किस तरह चला है। कांग्रेस ने सारी मर्यादाएं पार कीं। क्षेत्रवाद, भाषा, झंडा, धर्म केविभाजन का मुद्दा, लिंगायत को स्पेशल स्टेटस देने का मुद्दा उठाया, देश विरोधी संस्थाओं के साथ चुनाव लड़ा, दलितों को भड़काने की कोशिश की, धनबल का उपयोग किया।’
बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी-
शाह ने कहा कि, सीएम के विधानसभा क्षेत्र में इतना पैसा जब्त किया गया कि 10 विधानसभा चुनाव लड़े जा सकें। फेक आईडी कार्ड बनाने की फैक्ट्री ही घर से पकड़ी गई। लाखों लोगों की सूची पकड़ी जाती है। उनके विधायक और काउंसलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी पड़ती है। कचरे के ढेर से वीवीपैट मिली हैं। इन सबके बाद भी कांग्रेस कहती है कि हम चुनाव जीते हैं। अमित शाह ने कहा कि, कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है। कर्नाटक में हमारी पार्टी के वोट शेयर में भारी बढ़ोत्तरी हुई है। अमित शाह ने कहा कि, कांग्रेस 3P (पंजाब, पुडुंचेरी और परिवार) में सिमटकर रह गई है। कर्नाटक में जनादेश कांग्रेस खिलाफ आया फिर भी जश्न मना रहे हैं।
हमारे काम आईगी उनकी व्याख्या-
अमित शाह ने कहा कि, हाल ही में बीजेपी को 9 लोकसभा सीटों में हार मिली जिसे बहुत ज्यादा जोर-शोर से प्रचारित किया गया। जबकि हमने कांग्रेस और विपक्ष से 14 राज्य छीन लिए। शाह ने कहा कि, कांग्रेस ने जीत की नई व्याख्या बनाई, उनकी नई व्याख्या 2019 में हमारे काम आएगी।
अमित शाह ने कहा कि, कर्नाटक को लेकर कुछ दल दुष्प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने विधायकों को पैसे का ऑफर मिलने की झूठी बात फैलाई थी। वहीं अमित शाह ने कहा कि, उम्मीद है कि कांग्रेस को अब सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग और ईवीएम पसंद आएंगी और उन पर सवाल नहीं करेगी।
हॉर्स ट्रेडिंग पर बात-
बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग के लगे आरोपो पर अमित शाह ने कहा कि अगर ये लोग अपने विधायकों को होटल में बंद ना करते तो जनता ही उन्हें बता देती कि वोट कहां डालना है। विजय जुलूस भी निकालने देते तो जनता बता देती कि वोट कहां डालना है। आप हमें जोड़ तो़ड़ की राजनीति कह रहे हो। इन्होंने तो अस्तबल बेच खाया है। दावा करना हमारा अधिकार था। गैरलोकतांत्रिक तरीके से विधायकों को होटल में बंद किया, वे जनता से नहीं मिल पाए। ऐसा होता तो उन्हें जनता की इच्छा मालूम पड़ती। जेडीएस को भाजपा को समर्थन करना पड़ता।