बीते दिनों कांग्रेस की तरफ से दो एक्टिविटी हुई जिसके चलते वो घिरती नजर आ रही है| एक दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग और उसी के कर्म में राहुल गाँधी की संविधान बचाओ रैली| इन दोनों कार्यक्रमों को लेकर बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया है|
संबित ने राहुल को लपेटा-
‘एक परिवार और लोकतंत्र के बीच लड़ाई है, भारत की जनता ने परिवारवाद की राजनीति को अस्वीकार कर दिया है।’ यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कही। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के निर्माण में बाबासाहेब अम्बेडकर के योगदान के योगदान को बदनाम करने के लिए राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।’ पात्रा ने कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी और इसके नेता सेना, भारत के मुख्य न्यायाधीश, देश के सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग, ईवीएम मशीन, आरबीआई, पीएमओ और यहां तक कि भारत के राष्ट्रपति पर भरोसा नहीं करते हैं। वे देश में किसी भी संवैधानिक संस्थान पर भरोसा नहीं करते हैं।’ पात्रा ने कहा जो शख्स खुद 15 लाइन नहीं लिख सकता वो आज कह रहा है कि 15 मिनट बोलने नहीं दिया जा रहा है। जो शख्स बिना मोबाइल में देखे एक मिनट नहीं बोल सकता वह 15 मिनट क्या बोलेगा? गौरतलब है कि संविधान बचाओ अभियान नामक कार्यक्र में राहुल ने आज कहा था कि राहुल ने पीएम मोदी को चुनौती दी कि अगर वो बोलने लगे तो पीएम मोदी 15 मिनट संसद में टिक नहीं पाएंगे। राहुल ने कहा कि ‘मोदी जी अब नया नारा देंगे – बेटी बचाओ, बीजेपी के लोगों से बचाओ।’ उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी और आरएसएस के लोग इस संविधान को कभी नहीं छू पायेंगे, हम ऐसा होने नहीं देंगे।’
स्वामी ने सिब्बल से कहा चले जाए पाक-
वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सोमवार को कहा कि अब वो चीफ जस्टिस की अदालत में पेश नहीं होंगे। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कपिल सिब्बल पर पलटवार करते हुए कहा कि सिब्बल के सुप्रीम कोर्ट में पेश न होने से किसे फर्क पड़ता है। सिब्बल पर हमला बोलते हुए स्वामी ने यहां तक कह दिया कि कपिल सिब्बल को अब पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में चले जाना चाहिए, वहां उनके लिए जगह है।
विपक्ष के महाभियोग पर बोलते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि विपक्ष के महाभियोग के प्रस्ताव पर उपराष्ट्रपति ने दरियादिली दिखाई और उन्होंने दो दिन तक इस पर विचार किया। स्वामी ने कहा कि विपक्ष के नोटिस को तो उसी दिन कूड़ेदान में फेंक देना चाहिए था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल सालों से सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं। महाभियोग के प्रस्ताव के खारिज होने के बाद कपिल सिब्बल ने कहा है कि अगर जस्टिस दीपक मिश्रा रिटायरमेंट तक अपने पद पर बने रहते हैं तो वे उनकी कोर्ट में पेश नहीं होंगे।