यूपी में आगामी चुनावों में हर कोई अपनी पैठ जमाना चाहता हैं चाहे वह वर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हो या फिर बहन मायावती या बीजेपी , तो ऐसे में भला कई सालो में केंद्र में सता करने वाली कांग्रेस कहा पीछे रहती तो उसने गठबंधन का सहारा लेने की कोशिश की हैं | जाहिर हैं की यूपी में सीएम कैंडिडेट दिल्ली में तीन बार मुख्मंत्री रह चुकी शीला दीक्षित हैं और अब शीला जी ने सीएम पद का मोह छोड़ के सपा से गठबंधन करने को तैयार हैं |
क्या कहा शीला दीक्षित ने –
मुझे उम्मीद है कि समाजवादी पार्टी और वैसी ही विचारधारा वाली अन्य पार्टियां एक धर्मनिरपेक्ष प्लेटफॉर्म बनाने में मदद करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन होता है और मैं खुद मुख्यमंत्री पद का की दावेदारी छोड़ने को तैयार हूं।
शीला दीक्षित का यह अहम बयान ऐसे समय में आया है जब समाजवादी पार्टी में कलह मची हुई है और चुनाव आयोग ने भी पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है।
पहले भी उठ चुकी हैं बात –
गौरतलब हैं की इससे पहले जब सपा एक थी तो कांग्रेस और सपा के गठबंधन की खबरे तेज थी और कहा जा रहा था की कांग्रेस ने गठबंधन के तौर पे सपा से 100 सीटो सहित डिप्टी सीएम का पद माँगा था , लेकिन उस दौरान सपा सूबे के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने साफ़ मना करते हुए कहा था की हम किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगे अपनी स्वयं की सरकार बनायेगे | लेकिन अब सपा के अलग होने के बाद अखिलेश यादव के साथ कांग्रेस के गठबंधन की खबरे फिर से जोर पकड़ने लगी हैं और अखिलेश भी ये इशारा कर चुके हैं की वो भी किसी ना किसी के साथ गठबंधन करेगे और सरकार बनायेगे | कांग्रेस ने इसी मौके का फायदा उठाते हुए गठबंधन की खबरे तेज कर दी |
अब देखना दिलचस्प होगा की आखिर अपनी साख बचने की कोशिश कर रही कांग्रेस के साथ जिताऊ पार्टी सपा गठबंधन करती हैं की नहीं |