चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश में केवल सपा और सपा के झगड़े की बात ही चल रही थी. जब से सपा और कांग्रेस का गठबंधन हुआ हैं तब से सपा के कार्यकर्त्ता और खुद मुलायम सिंह इस गठबंधन के कभी पक्ष और कभी विपक्ष में बयान देते रहे हैं. आज इसी कड़ी में गठबंधन के बाद सपा में सबसे उपेक्षित रहे शिवपाल यादव का आज बयान आया हैं. बुधवार को एक इंटरव्यू में शिवपाल यादव ने अखिलेश-कांग्रेस की दोस्ती पर करारा प्रहार किया और अपने क्षेत्र जसवंत नगर में हुए चुनाव के दौरान अपने खिलाफ साजिश का भी आरोप लगाया.
आपको याद दिला दें कुछ दिनों पूर्व ऐसी खबरें आयी थी कि शिवपाल के काफिले पर हमला हुआ था. इस पर शिवपाल यादव का कहना था कि बीजेपी के इशारे पर उनपर हमले करवाए जा रहे हैं. शिवपाल यादव ने कहा कि जिन लोगों ने उनपर हमले करवाए हैं उन्हें ताकत कहां से मिली इसका खुलासा चुनाव के बाद हो जाएगा.साथ ही शिवपाल ने आज खुल कर ये भी कह दिया कि वो सपा कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं. शिवपाल यादव ने कहा कि वे कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करेंगे. शिवपाल ने कहा कि अगर सपा उम्मीदवारों के लिए जरूरत पड़ी तो वे तैयार हैं.
हालाँकि यादव परिवार में किसी भी तरह के विवाद को लेकर शिवपाल बोले, शिवपाल ने कहा कि मेरी कोशिश रहती है कि नेताजी का सम्मान बना रहे और सब मिलकर पार्टी की बेहतरी के लिए काम करें. ये पूछे जाने पर कि क्या वो अखिलेश यादव के साथ हैं शिवपाल ने कहा कि पार्टी और परिवार में विवाद के चलते उन्हें कई बार अपमान झेलना पड़ा. लेकिन अगर अपमान न होता तो वे सीएम के साथ हैं.
सपा कांग्रेस गठबंधन पर आज अखिलेश यादव ने भी बयान दिया हैं. अखिलेश ने ‘द हिंदू’ अखबार से बातचीत में कहा, ‘’कांग्रेस के साथ गठबंधन हालात की वजह से हुआ है. अगर परिवार में झगड़ा नहीं होता तो कांग्रेस से गठबंधन भी नहीं होता. सीएम अखिलेश का ये बयान ऐसे समय आया है जब यूपी में करीब आधा चुनाव खत्म हो चुका है. यूपी में अब चौथे चरण में 12 जिलों की 53 सीटों पर मतदान होना है. अब इन दोनों नेताओं के बयानबाजी से सपा को कितना नफा नुकसान होगा ये तो समय ही बतायेगा.