कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा पूर्ण बहुमत से 9 सीटें दूर रह गई, जिसके बाद प्रदेश में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद भी भाजपा अभी सत्ता से दूर है। जिस वक्त चुनाव के नतीजे घोषित हो रहे थे और मतगणना चल रही थी उसी दौरान अंतिम परिणाम आने से पहले कांग्रेस ने जेडीएस के साथ गठबंधन का ऐलान करके भाजपा को बड़ा झटका दिया था। कांग्रेस के इस ऐलान के बाद भाजपा के सीएम उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा, बल्कि अमित शाह और पीएम मोदी भी सकते में थे। जिसके बाद भाजपा के मुख्यालय में पीएम मोदी के होने वाले भाषण को आगे बढ़ाना पड़ा। भाजपा को इस बात की पूरी उम्मीद थी कि वह प्रदेश में 130 सीटें जीतेगी लेकिन फाइनल नतीजे आने के बाद पार्टी की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
गोवा की ग़लती नहीं दोहरानी-
चुनाव आयोग द्वारा नतीजे घोषित किए जाने से पहले जेडीएस के साथ कांग्रेस के गठबंधन के ऐलान के पीछे माना जा रहा है कि तीन बड़े नेताओं के बीच फोन पर हुई बात है। यह बातचीत तीन मुख्यमंत्रियों की सोनिया गांधी के बीच हुई थी, जिसमे सोनिया गांधी को गोवा की स्थिति के बारे में चेताया गया, जहां ज्यादा देर तक इंतजार करने की वजह से कांग्रेस को सत्ता में दूर होना पड़ा था। यह बातचीत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बीच हुई थी। जिन्होंने सोनिया गांधी को यह सलाह दी थी कि वह भाजपा से पहले जेडीएस के साथ गठबंधन के लिए पहल करें।
बनने लगेई बीजेपी की रणनीति-
कांग्रेस की जेडीएस के साथ डील के ऐलान के तुरंत बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने राज्यपाल वजूभाई वाला के पास सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया, उन्होंने दावा किया कि उनके पास सदो निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन है। येदियुरप्पा ने राज्यपाल से एक हफ्ते का समय मांगा। जिसे राज्यपाल ने मंजूर कर लिया था। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व लगातार प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर अपनी कोशिशों में जुटा है, हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आखिर पार्टी की रणनीति क्या है।
कांग्रेस पर लगाया आरोप-
प्रदेश में 224 विधानसभा सीटों में 222 पर हुए चुनाव पर भाजपा को 104 सीटों पर जीत मिली जिसके बाद भाजपा सत्ता तक पहुंचने से चंद कदम दूर रह गई। इसके बाद येदियुरप्पा ने कहा कि लोगों ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सिरे से नकार दिया है, उन्हें चामुंडेश्वरी सीट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन नबावजूद इसके कांग्रेस पीछे के दरवाजे से सरकार बनाने की कोशिश कर रही है, यह प्रदेश की जनता के मत के खिलाफ है।