कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी अपने गुजरात चुनाव प्रचार में वयस्त हैं और इस दौरान वो बीजेपी को नीचा दिखाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते और ऐसा ही कुछ मामला हैं देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा मोटर्स का | राहुल गांधी ने गुजरात में टाटा नैनो प्रोजेक्ट को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था और मेक इंडिया मर गया तक कह डाला था। लेकिन अब इस मामले पर खुद टाटा मोटर्स कंपनी ने आगे आकर राहुल गांधी पर पलटवार किया है। टाटा मोटर्स ने राहुल गांधी के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि हमें सिर्फ 584.8 करोड़ रुपए मिले हैं वह भी बतौर लोन, हमे पैसा अनुदान के रूप में नहीं मिला है।
राहुल ने लगायें ये आरोप
राहुल गांधी लगातार पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि जनता के मेहनत की कमाई को टाटा को दान में दे दिया गया, टाटा को 33000 करोड़ रुपए दिया गया, लेकिन अब वह बंद होने की कगार पर है, मेक इन इंडिया मर रहा है। राहुल गांधी के इस हमले को लेकर गुजरात में कांग्रेस लगातार भाजपा पर निशाना साध रही है, खुद राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया पर ट्वीट के जरिए भी पीएम मोदी पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने कहा था कि जितना पैसा गुजरात सरकार ने नैनो प्रोजेक्ट के लिए दिया है, उतना ही पैसा हमने यूपीए सरकार के दौरान मनरेगा के लिए दिया था, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला था।
टाटा ने किया खंडन
राहुल के आरोपों पर टाटा मोटर्स की ओर से एक बयान जारी करके इसका खंडन किया गया है, इसमे कहा गया है कि गुजरात सरकार ने जिस तरह का निवेश करने के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया, उसी के चलते हमने सानंद में उत्पादन ईकाई को लगाया था, हमारा लक्ष्य था कि हम इस लंबे समय तक के लिए चलाएंगे और इसे एक बड़ मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर स्थापित करेंगे, जिसके कि राज्य की आर्थिक स्थिति में भी और सुधार हो सके और देश के लिए यह बड़ा प्रोजेक्ट साबित हो। इसके अलावा कहा की टाटा मोटर्स ने कहा कि हमने कुल 584.8 करोड़ रुपए बतौर लोन के राज्य सरकार से लिए थे और अभी भी इसका भुगतान वापस किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की विशालता और क्षमता को देखते हुए गुजरात सरकार ने टाटा मोटर्स को यह पैकेज बतौर लोन दिया था, जिसका राज्य सरकार के साथ किए गए करार के तहत वापस भुगतान किया जाना है। टाटा मोटर्स को जो लोन दिया गया है वह कंपनी की ओर से दिए गए टैक्स से दिया गया है। टाटा मोटर्स ने दावा किया है कि सानंद प्रोजेक्ट की वजह से काफी रोजगार पैदा हुआ है और हम ऑटो सेक्टर में लोगों को नौकरी देने में देश में गुजरात सबसे आगे है।