भारत ने इंग्लैंड के साथ सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच एक इनिंग और 75 रन से जीत लिया है. इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज पर 4-0 से कब्जा कर लिया. इंग्लैड के खिलाफ क्रिकेट इतिहास में ये पहला मौका है जब भारत ने उसे 4-0 मात दी है. इसके साथ ही भारत के कप्तान कोहली ने पूरे साल एक भी टेस्ट न हारकर सुनील गावस्कर के 36 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी भी कर लीं.
ऐसा रहा आख़री मैच
पहले दिन इंग्लैंड ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया. बहुत हद तह ये फैसला इंग्लैंड के पाले में जाता हुआ भी दिखा. मोइन खान ने इस मैच में शतक भी लगाया. टीम इंडिया के लिए पहले दिन रवींद्र जडेजा (3 विकेट) ही सबसे कामयाब रहे. एक अन्य विकेट ईशांत शर्मा के खाते में गया. रविचंद्रन अश्विन को आज कोई विकेट नहीं मिल पाया. दूसरे दिन भारत ने इंग्लैंड को जल्दी आउट करने के लिए खूब संघर्ष किया. टीम इंडिया के लिए रवींद्र जडेजा ने 3, ईशांत शर्मा और उमेश यादव ने 2-2 विकेट, वहीं आर अश्विन और अमित मिश्रा ने एक-एक विकेट लिया. दुसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने 60 रन बनाए. लोकेश राहुल 30 रन और पार्थिव पटेल 28 रन पर नाबाद लौटे
तीसरे दिन लोकेश राहुल एक रन से दोहरे शतक से चूक गए. उन्होंने 311 गेंदों पर 199 रन बनाए. और चौथे दिन हुआ इस सीरीज का सबसे बड़ा निजी स्कोर. करुण नायर ने इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक की ओर से 34 रन पर मिले जीवनदान का भरपूर फायदा उठाया और 381 गेंदों में तिहरा शतक पूरा किया. इस दौरान उनका साथ आर अश्विन और रवींद्र जडेजा ने दिया. करुण नायर का तिहरा शतक पूरा होते ही कप्तान विराट कोहली ने चौथे दिन चायकाल के बाद 759 रन पर पारी घोषित कर दी थी.
खेल के पांचवें और आखिरी दिन इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक (3) और कीटन जेनिंग्स (9) ने पारी को 12 रन से आगे बढ़ाया. दोनों ने अच्छी बल्लेबाजी की और लंच तक कोई विकेट नहीं गिरा. लेकिन लंच के बाद . रवींद्र जडेजा की गेंदों को अंग्रेज बल्लेबाज़ समझ नहीं पाए और आया राम गया राम की तरफ तीन विकेट इंग्लैंड ने खो दियें. टी ब्रेक तक जडेजा 3 विकेट ले चुके थे. और टी ब्रेक के बाद ये संख्या 5 हो गयी. लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने लियाम डॉसन को बोल्ड कर सातवां झटका दिया. इंग्लैंड का आठवां विकेट उमेश यादव ने लिया, जबकि अंतिम दोनों विकेट रवींद्र जडेजा ने झटके.