अपने आप को चमत्कारी बाबा कहने वाले राम रहीम आज जेल के सलाखों के पीछे हैं | इनके ऊपर पिछले कई सालों से यौन उत्पीडन का आरोप चल रहा था जिसके बाद कोर्ट ने इन्हें सजा सुनाई , लेकिन क्या आप जानते हैं इतनी बड़ी शक्सियत को जेल के पीछे भेजने वाले कौन हैं | अगर नहीं तो आइये हम बताते हैं
दो साध्विया –
2002 में ही यह बात सामने आई थी कि बाबा गुरमीत राम रहीम ने दो साध्वियों के साथ बलात्कार किया था। एक साध्वी ने जुलाई 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एक पत्र लिखकर बताया था कि बाबा राम रहीम ने उसके साथ बलात्कार किया है। जिन दो साध्वियों ने बाबा राम रहीम पर बलात्कार का आरोप लगाय था, वह इस मामले में सबसे अहम किरदार हैं। इन दोनों साध्वियों ने करीब 15 साल तक लड़ाई लड़ी और आखिरकार अब सीबीआई कोर्ट ने बाबा राम रहीम को दोषी करार दिया है।
राम चन्देर पत्रकार
पत्रकार राम चंदेर ने ही अपने अखबार के जरिए दो साध्वियों से रेप होने की घटना को उजागर किया था। राम चंदेर के ही अखबार में साध्वी की उस चिट्ठी को छापा गया था। आपको बता दें कि अब इनकी हत्या कर दी गई है और चंदेर की हत्या का आरोप भी बाबा गुरमीत राम रहीम पर है। रामचंदर छत्रपति की 24 अक्टूबर 2002 में उनके घर पर प्वाइंट ब्लैंक पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह हत्या राम रहीम के खिलाफ साध्वी के साथ रेप की खबर अखबार में छपने के कुछ महीने बाद ही की गई थी।
सीबीआई अधिकारी डागर
जब यह मामला सीबीआई के पास पहुंचा तो सीबीआई अधिकारी सतीश डागर ने बाबा राम रहीम को सलाखों के पीछे पहुंचाने का बीड़ा उठाया। राम चंदेर के बेटे अंशुल ने अपने पिता की हत्या के बाद इंसाफ के लिए 15 साल तक लड़ाई लड़ी, जिस दौरान उन्हें सीबीआई अधिकारी सतीश डागर मिले। वह सतीश डागर ही थे, जिन्होंने साध्वियों को समझाया और अपनी लड़ाई लड़ने के लिए उन्हें प्रेरित किया।
जस्टिस जगदीप सिंह
इस केस में फैसला सुनाने वाले सीबीआई कोर्ट के जज जगदीप सिंह ने भी अहम भूमिका निभाई है। इन्होंने ही बाबा राम रहीम को दोषी करार देते हुए फैसला सुनाया। 28 अगस्त को इस मामले में सजा सुनाई जाएगी।