देश की सबसे ज्यादा विधानसभा सीटो वाले चुनाव यानी की यूपी में हर कोई अपना कब्जा जमाना चाहता हैं चाहे वह सपा और कांग्रेस में गठबंधन या फिर मायावती का ब्राम्हण कार्ड | तो ऐसे में केंद्र में विराजमान भारतीय जनता पार्टी कहा पीछे रहती तो उसने जगह जगह कमल मेले लगाने शुरु कर दिए हैं जो की वहां के वोटरों को रिझाने के लिए हैं |
क्या हैं कमल मेला –
इसमें बीजेपी के द्वारा जगह जगह मेले लगते जा रहे है जसे कमल मेले का नाम दिया जा रहा हैं और इसमें कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा हैं | इसमें खासतौर पर ध्यान में रखते हुए आयोजित किए जा रहे हैं कि मतदाताओं में युवाओं की सबसे अधिक संख्या है। आज की बैंकिंग जरूरतों को देखते हुए कैशलेस बैंकिंग की जानकारी भी इन मेलों में दी जा रही है।
क्या हो रहा हैं इसमें –
लोगों को रिझाने के लिए कमल मेले में लेजर शो, महिलाओं के लिए मेंहदी, बच्चों के लिए निशानेबाजी- जादू व कठपुतली शो समेत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोगों की जानकारी के लिए केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के पर्चे भी यहां बांटे जाते हैं। ‘बीजेपी एक्सप्रेस’ के नाम से भाजपा का समाचार पत्र भी मेले में लोगों को दिया जाता है ताकि उन्हें भाजपा के कार्यक्रमों की जानकारी हो सके।
बीजेपी को वोट देने की शपथ –
इस मेले में सबसे मुख्य रूप से जो काम हैं वह ये हैं की इसमें वोटरों से शपथ ली जाती हैं की वह बीजेपी को ही वोट करेगे और इसके साथ साथ नए मतदाताओ का नाम भी वोटर लिस्ट में जोड़ने का काम चल रहा हैं | यहाँ लोग अपनी जरूरते आकांक्षा पेटी में डाल सकते हैं और साथ ह लोगो को वोट का महत्व भी समझाया जा रहा हैं |
कहा कहा आयोजित हुआ –
भाजपा अब तक पांच जिलों- बांदा, रामपुर, हाथरस, कौशाम्बी और बिजनौर में मेले आयोजित कर चुकी है। पहली बार हो रहे यह मेले आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। इसे देखते हुए अब बुन्देलखण्ड, रुहेलखण्ड, अवध और पूर्वांचल के 16 जिलों में कमल मेले आयोजित करने का फैसला हुआ है। सभी जगह तीन दिन मेले लगेंगे।
अब देखना दिलचस्प होगा की लोग मन की ये बात समझते हैं की नहीं