किसी भी खेल के मैदान पर खिलाड़ी को चोट लगना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर हम क्रिकेट की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के युवा क्रिकेटर फिलिप ह्यूज के साथ हुए एक्सीडेंट के बाद मैदान पर किसी खिलाड़ी या अम्पायर को चोट लगने की खबर से सभी को घबराहट होती है. मुंबई टेस्ट मैच के पहले दिन एक ऐसी ही घटना हुई.
मुंबई टेस्ट में लंच के बाद के खेल में 49वां ओवर चल रहा था. आर अश्विन बोलिंग कर रहे थे और बल्लेबाज थे बाएं हाथ से खेलने वाले मोईन अली. आश्विन ने लेग स्टेम्प पर शोर्ट पिच गेंद फैंकी. मोईन ने बल को डीप की तरफ खेल दिया और रन लेने के लिए दौड़े. भुवनेश्वर ने गेंद पकड़ी और उसे तेजी से फैंका.
गेंद गेंद स्क्वेयर लेग अंपायर पॉल रेफेल के सिर के पीछे जा लगी. गेंद लगते ही पॉल रेफेल सिर पकड़कर जमीन पर लेट गए. हालांकि उन्होंने डक करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हुए. भुवनेश्वर का थ्रो भी बहुत तेज नहीं था लेकिन फिर भी पॉल रेफेल को मैदान से बाहर ले जाना पड़ा.
पॉल रेफेल को चोट लगने के बाद काफी समय तक मैच रुका रहा. पहले फिजियो ने मैदान में ही पॉल रेफेल की चोट को देखा. फिर फिजियो की सलाह पर पॉल रेफेल खुद ही चल कर मैदान से बाहर चले गये. ऐसा देखने पर लगता है कि पॉल को चोट ज्यादा नहीं लगी.
उनकी जगह थर्ड अंपायर मरैस एरासमस ने अंपायरिंग की. ताजा जानकारी के अनुसार अंपायर रेफेल के सीटी स्कैन की रिपोर्ट ठीक आई है, लेकिन उन्हें आराम की सलाह दी गई है.