उत्तर प्रदेश परदेश में सपा की सरकार का ये आख़री चरण चल रहा हैं. इसके बाद सपा को विधान सभा चुनावों में जनता का सामना करना हैं. इसी के चलते आज कल अखिलेश यादव अपना अधिकतर समय विकास योजनाओं के उद्घाटन में बीता रहे हैं. हाई वे से लेकर मेट्रो तक के उद्घाटन अखिलेश यादव कर चुकें हैं. और भी बहुत से नये प्रोजेक्ट आने वाले हैं जिनका उद्घाटन होने वाला हैं.
हाल ही में राज्य कर्मचारियों के लिए सातवाँ वेतन आयोग लागू करके अखिलेश चुनावों से एक दम पहले लोगों का दिल जीतने की कोशिश कर चुके हैं. 20 दिसम्बर का दिन सपा व उत्तर परदेश के लिए बहुत खास होने वाला हैं क्यूंकि इस दिन सुबह से शाम तक मुख्यमंत्री अखिलेश नयी योजनाओं का शिलान्यास करते नज़र आयेंगे.
21 दिसम्बर से उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला हैं. ऐसा भी हो सकता है कि इस सत्र के बीच में ही चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश में चुनावों की घोषणा कर दें. आप इन सभी योजनाओं को विकास से जोड़ कर देख सकते हैं लेकिन विरोधी पार्टियाँ इन सभी को जनता को लुभाने के हथकंडे बता रही हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि बीसपी उत्तर प्रदेश में अधिक मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकेट देकर सपा से मुस्लिम वोटर लेना कसर नहीं छोड़ने वाली. अल्पसंख्यकों को रिझाने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव फिरंगी महल से शुरूआत करेंगे. कल 18 दिसम्बर को फिरंगी महल में मुख्यमंत्री करीब 2000 अल्पसंख्यक महिलाओं को समाजवादी पेंशन देंगे.
आज के दिन यानि 17 दिसम्बर को अखिलेश यादव ने ब्यूरोक्रेसी के विषय में टिप्पणी करते हुए कहा कि कुछ अफसर अड़ंगेबाज़ होते हैं और काम में अडंगा लगाने के किये एक एक पेज लम्बा नोट लिखकर भेज देते हैं. वहीँ कुछ अफसरों की ये कहते हुए तारीफ़ भी की कि सिर्फ एक या दो लाइनों में अपनी बात समझा कर कुछ अफसर विकास में सहयोग करते हैं.
20 दिसम्बर को मुख्यमंत्री शहीद पथ पर किसान मंडी का लोकापर्ण करेंगे. इसी दिन शहीद पथ पर राम मनोहर लोहिया आर्युविज्ञान संस्थान में जनता के लिए 200 बेड भी समर्पित किये जायेंगे. कुल मिलकर अखिलेश हर तरीके से वोटर को अपना काम दिखा कर उनसे वोट चाहते हैं.