उत्तरप्रदेश में चुनावों के बाद आये अधिकतर एग्जिट पोल में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रहे हैं. जिन एग्जिट पोल में भाजपा को सबसे अधिक सीटें नहीं मिलती दिख रही हैं वे भी भाजपा को पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले फायदे में बता रहे हैं. ऐसे में ये भी लगने लगा हैं कि सपा ने कहीं मतगणना से पहले ही हार तो नहीं मान ली हैं.
कम से कम आज आजम खां के एक बयान से भी ऐसा ही लगता हैं कि अब समाजवादी पार्टी अपनी हार मान चुकी हैं. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान के न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर नतीजों में एसपी की हार हुई तो अकेले अखिलेश यादव इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे. आज़म ये भी कहा कि, चुनाव के अंतिम दौर में साधना गुप्ता को मीडिया में सामने आकर इंटरव्यू नहीं देना चाहिए था.
हाल ही में मुलायम सिंह की पत्नी व अखिलेश यादव की सोतेली माँ साधना यादव का ब्यान आया था जिसमें चाहते न चाहते हुए साधना यादव का यादव परिवार में हुई कलह को ले कर दर्द झलका था.
इसके अलावा आज सपा के एक और मंत्री ने कुछ ऐसा ही बयान दिया हैं जिससे ये लगता हैं कि सपा समर्थकों ने अपनी हार स्वीकार कर ली हैं और सपा के सभी नेता इस हार से अखिलेश यादव को बचाने की कोशिशों में लगे हुए हैं. समाजवादी पार्टी नेता रविदास मेहरोत्रा ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर बयान बयान दिया है. रविदास मेहरोत्रा ने कहा है कि समाजवादी पार्टी को गठबंधन का कोई फायदा नहीं हुआ. समाजवादी पार्टी अकेले सरकार बना सकती थी इसलिए अखिलेश को चुनाव में अकेले जाना चाहिए था.
इस बयान से ऐसा लगने लगा हैं कि सपा कांग्रेस गठबंधन में चुनाव के नतीजों दे पहले की दरार आनी शुरू हो गयी हैं. सपा कांग्रेस गठबंधन को लेकर जमीनी स्तर पर काम कर रहे कार्यकर्ताओं में काफी रोष था. और ऐसा भी नहीं हैं कि सपा की ओर से केवल रविदास ही इस गठबंधन को सपा के पक्ष में नहीं मान रहे हैं. रविदास से पहले खुद पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव सपा-कांग्रेस गठबंधन को लेकर नाराजगी जता चुके हैं.