यूपी चुनाव : वाराणसी की रोहनिया सीट पर बीजेपी और अपना दल की अनुप्रिया में मतभेद , ये हैं मुख्य वजह
यूपी चुनाव में पार्टियों का मतभेद थमने का नाम नहीं ले रहा हैं और इससे केंद्र में काबिज बीजेपी भी नहीं बच पा रही हैं | जहाँ एक तरफ दुसरे दल से आये नेताओं को टिकट देने को लेकर बीजेपी में आंतरिक घमाशान मचा हुआ हैं तो वही अपना दल की अनुप्रिया पटेल से भी बीजेपी का मतभेद होता नजर आ रहा हैं | ताजा मामला हैं वाराणसी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सीट रोहनिया की जिससे अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय सोनेलाल पटेल हमेशा जीतते आये हैं और उनके बाद अनुप्रिया पटेल पहली बार विधायक चुनी गयी थी। गौरतलब है कि अनुप्रिया पटेल इस सीट को लेकर नाराजगी जाहिर की है।
ये हैं नाराजगी की वजह –
गठबंधन के बाद अपना दल की अनुप्रिया गुट के समर्थकों को ये पूरी उम्मीद थी कि भाजपा इस सीट पर अपना दल के किसी भी कद्दावर नेता को ही संयुक्त रूप से अपना उम्मीदवार घोषित करेगी। लेकिन, भाजपा ने अपना दल का सारा समीकरण ही उल्टा कर रख दिया, अपने पार्टी के नेता सुरेंद्र नारायण को इस सीट से भाजपा का प्रत्याशी घोषित कर दिया हैं, जिसके बाद से अपना दल के समर्थक भाजपा के प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं।
इस सीट का समीकरण –
बता दें कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने शानदार जीत हासिल की थी। उन्होंने इस जीत में 57812 वोट हासिल किए थे। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के रमाकांत सिंह को बुरी तरह हराया था जिन्हें 40229 वोट मिले थे। वहीं, इस चुनाव में वोटिंग का प्रतिशत 60.35 फीसदी रहा था।
जाहिर हैं की ये सीट हमेशा से अपना दल की रही हैं और लेकिन गठबंधन के बाद बीजेपी ने इसपे अपना उम्मीदवार उतार दिया जिससे मुश्किलें बढ़ गई हैं | हालाँकि यूपी में बीजेपी की मुश्किलें थमने का नाम ले रही जिसका कारण दुसरे दल से आने वाले नेताओं को टिकट देना हैं |