उत्तर प्रदेश में अभी पहले चरण के चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गए हैं. अब बस दो दिनों बाद यानि 15 फरवरी को यहाजं दुसरे चरण के चुनाव होने वाले हैं. इसमें सवा दो करोड़ से अधिक मतदाता मतदान में हिस्सा ले सकेंगे. दूसरे चरण में 719 राजनीतिक धुरंधर की किस्मत का फैसला जनता को करना हैं.
दुसरें चरण के चुनाव इसलिए भी चर्चा में हैं क्यूंकि इस चरण के उम्मीदवार पैसों के मामलें में पिछले चरण के उम्मीदवारों को बहुत पीछे छोड़ते हैं. इस चरण के चुनावों में खड़े प्रत्याशियों में से 100 से अधिक कैंडिडेट्स पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
करोड़ो में हैं प्रत्याशियों की ओसतन संपत्ति
यूपी के दुसरे चरण के चुनावों में उम्मीदवारों की ओसत सम्पति 2.01 करोड़ रूपये है. जिनमें फ्हिलहाल सत्ता पर काबिज सपा के 51 उम्मीदवारों में से प्रत्येक की ओसत सम्पति की औसत आय 3.43 करोड़ रुपए हैं. सपा की सहयोगी कांग्रेस के उम्मीदवार भी आय के मामले में पीछे नहीं हैं. कांग्रेस के 18 कैंडिडेट्स में से हर कैंडिडेट की औसत आय 3.37 करोड़ रुपए हैं. इनके राजनितिक प्रतिदंदी भाजपा के 67कैंडिडेट्स में से हर उम्मीदवार की औसत आय 4.07 करोड़ रुपए हैं. बसपा के उम्मीदवार इस मामले सभी अन्य दलों को पीछे छोड़ते हैं. बसपा ने यहाँ सभी 67 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. जिनकी औसत आय 7.20 करोड़ रुपए है. तो वहीं आरएलडी के 52 में से प्रति उम्मीदवार की औसत आय 1.51 करोड़ रुपए हैं. आय के मामले में निर्दलीय उम्मीदवार भी सभी दलों के कैंडिडेट्स को कड़ा मुकाबला दे रहे हैं. 206 निर्दलीय उम्मीदवारों में हर उम्मीदवार की औसत आय 60.63 लाख रुपए है.
36% उम्मीदवार हैं करोडपति
यूपी के सियासी दंगल के दूसरे चरण के लिए अखाड़े में 719 प्रत्याशी उतरने वाले हैं. ओर दिलचस्प बात हैं हैं कि इनमें से 256 कैंडिडेट करोड़पति हैं. जहाँ अब चुनावों का दूसरा चरण होने जा रहा हैं वहां आर्थिक विषमता बहुत देखने को मिलती हैं. ऐसें में सभी दलों का अति संपन्न लोगों को टिकट देना कुछ समझ में नहीं आता. . इनमें सबसे अधिक बहुजन समाज पार्टी के 67 में से 58 कैंडिडेट यानी 87% उम्मीदवार करोड़ पति हैं. उसके बाद भाजपा के 67 में से 50,कांग्रेस के 18 में से 13 कैंडिडेट्स व सपा के 51 में से 45 उम्मीदवार करोडपति हैं. रालोद के 52 में से 15 और 206 निर्दलीय उम्मीदवारों में 36 ने एक करोड़ रूपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है.