सियासी गलियारों में कब क्या हो जाए किसे पता और कौन क्या कह के मुकर जाए ये तो कोई जानता ही नहीं हैं | अभी ऐसा ही एक बाकया हुआ बीजेपी के यूपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के साथ जिन्होंने हाल ही में कहा था की अगर यूपी में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनती हैं तो अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनेगा लेकिन इसके कुछ ही समय बाद वो अपने बयान से पलट गए और केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैंने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है। मैंने जो कुछ भी कहा, उसे गलत ढंग से पेश किया गया है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि राम मंदिर हमारी आस्था का विषय है। राम मंदिर इस समय कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि राम लला का भव्य मंदिर दो महीने में नहीं बनने जा रहा है, अब चुनाव के बाद ही बनेगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘यूपी चुनाव में मुख्य मुद्दा सुशासन और भ्रष्टाचार हैं। हम यूपी को गुंडागर्दी से मुक्त कराएंगे। हम 300 से ज्यादा सीटें जीतकर उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाएंगे।
पहले ये दिया था बयान –
आपको बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य ने इससे पहले मंगलवार को बयान दिया था कि अगर प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी तो अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। उनके इस बयान पर जब विवाद बढ़ा तो उन्होंने इससे पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने न केवल राम मंदिर की चर्चा की बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा। अखिलेश पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वो न तो पिछड़ा वर्ग के साथ हैं और न ही दलितों के साथ। उन्होंने अखिलेश पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा कि वो सिर्फ प्रदेश की जनता को धोखा दे रहे हैं।
खैर ये पहला मामला नहीं हैं जब कोई बड़ा नेता कोई बड़ा बयान देकर मुकर गया हो , सियासी गलियारों में आम बात हैं