उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश की जनता के हित में कड़े फैसले लेने से नहीं कतरा रही हैं. इसी के चलते योगी राज में सरकारी दफ्तरों में नियमों पर सख्ताई से सरकारी कर्मचारियों से पालन कराया जा रहा हैं. साथ ही मुख्यमंत्री योगी अपने नेताओं पर भी सख्त हैं. यूपी सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने योगी सरकार की तरफ से जारी हुए कई निर्देश मीडिया के सामने रखे. मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि लोगों की परेशानियों के तुरंत निपटारे के लिए नकी गैरमौजूदगी में भी एक मंत्री नियमित रूप से जनसुनवाई करे.
अफसरों को दिए ये निर्देश
जिला प्रशासन और पुलिस को चुस्त दुरुस्त करने के लिए योगी सरकार ने सभी जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिया है कि वो कैम्प ऑफिस में नहीं, बल्कि शाम 6 बजे तक अपने दफ्तर में मौजूद रहें. साथ ही ये भी जोड़ा कि मुख्यमंत्री किसी भी वक्त अधिकारियों की मौजूदगी को लैंडलाइन पर फोन करके चेक कर सकते हैं. . योगी सरकार ने फैसला किया है कि जिस जिले से ज्यादा शिकायत आएगी, वहां के डीएम को तलब कर जवाब मांगा जाएगा.
यूपी सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि गुरुवार को सभी विभागों की प्रेजेंटेशन पूरी हो चुकी हैं, मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को श्वेतपत्र जारी करने को कहा है. सभी मंत्री जिलों में जाकर सरकार के 100 दिन के एजेंडे, केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की समीक्षा करेंगे. जिस मंत्री को जिन जिन जिलों का प्रभारी बनाया गया है वो उन जिलों में जाकर सरकार के सौ दिन के एजेंडे को ज़मीन पर उतारने और केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओंको आम आदमी तक पहुँचाने का काम करेंगे.
शिक्षा की ओर योगी का मुख्य ध्यान हैं इसीलिए सीएम योगी ने आदेश दिया है कि बेसिक शिक्षा में बड़े सुधार की जरुरत है, इसके लिए स्कूलों में जाकर निरीक्षण करने के भी आदेश दिये हैं. सभी मंत्रियों और अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि अस्पतालों में औचक निरीक्षण किया जाए और सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए. साथ ही सभी गांवों में रात 7 बजे से सुबह 5 बजे तक बिजली रहने के निर्देश दिये गये हैं.