स्वपन दोष जैसा कि इसके नाम से प्रतीत होता है कि यह स्वप्न से संबधित रोग है।तो हाँ यह सच है कि यह स्वप्न से संबधित रोग है।यह रोग अधिकतर युवाओं में पाया जाता हैं ।सामान्य अवस्था में स्त्री व पुरुष के सम्मिलन की चरमावस्था पर पुरुष का वीर्य स्खलित होता है। या यह कहा जा सकता है कि वीर्य़ का स्खलन संभोग की चरम सीमा है जिसमें पुरुष का वीर्य स्खलित होता है। इसमें पुरुष व स्त्री शारीरिक व मानसिक तल पर एक साथ सम्मिलित होते हैं।और दोनो का एक ही लक्ष्य होता है सम्भोग की चरम अवस्था पर पहुँच कर परमानन्द की अनुभूति प्राप्त करना। लेकिन आमतौर पे ये पुरुषो में ज्यादा होता हैं | तो आइये जानते हैं की ये आखिर क्यों होता हैं –
- वासनात्मक कल्पना –
स्वप्नदोष होने का कारण हैं की दिमाग में कुछ ऐसा चलना जो की शरीर में कामोत्तेजना को बढ़ाये | जब आप अश्लील फ़िल्में , विडिओ और पत्रिकाओं के संपर्क में आते हैं तो दिमाग भी वैसे ही सोचता हैं और स्वप्नदोष होता हैं |
- सम्भोग की प्रबल इक्षा –
आमतौर पे अगर आपके साथ ऐसा होता हैं की आप अपने पार्टनर के साथ समय व्यतीत करते हैं और उस दौरान आप उसकी तरफ आकर्षित होते हैं और आपको सम्भोग करने की तीब्र इक्षा होती हैं लेकिन आप कर नहीं पाते , तब आपको स्वप्नदोष होता हैं |
- मात्रा से अधिक वीर्य संचयन –
जब हमारे शरीर में एक निश्चित मात्रा से अधिक वीर्य संचित हो जाता हैं और शरीर उसे बाहर निकालना चाहता है तो स्वप्नदोष होता हैं |
- खान पान ठीक ना होना –
आज के समय में यह एक बहुत ही आम समस्या हैं | जब आप कुछ ऐसा खाते हैं जिससे आपके आत्मसंयम में कमी आती हैं और आपके शरीर में पाचन सही नहीं रहता हैं , तब स्वप्नदोष होने की सम्भावना रहती हैं |
इज्को रोकने के तरीके –
- आत्मसंयम रखना सीखे |
- मेडिटेसन और योग का सहारा ले |
- अपने खान पान की शैली को बदले और ज्यादा तेल मसाले वाला भोजन ना करे |
- अश्लील बातो और फिल्मों से दूर रहे |