इंडियन प्रीमियर लीग के इस सीजन में खिलाड़ियों के लिए कुछ बदलाव किए गए हैं। जी हां हम आपको बता दें कि इस बार खिलाड़ियों के लिए सिर्फ रन बनाना और विकेट लेना मायने नहीं रखने वाला क्योंकि इस साल हर एक टीम खिलाड़ियों के लिए कुछ बदलाव ले कर आई है। जिसके मुताबिक ऐसा बताया जा रहा है कि अगर टीम ने किसी खिलाड़ी को बहुत ही ज्यादा बोली लगाकर अपनी टीम में शामिल किया है फिर भी वह खिलाड़ी उस टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर सकता। इसके पीछे की वजह अंतर्राष्ट्रीय स्तर को ध्यान में रखने के बाद से फिटनेस को मापने के लिए निकालिए खिलाड़ियों को एक नए टेस्ट से गुजरना पड़ेगा जिसमें कि उनके फिटनेस को मापा जाएगा। आपको बता दें कि इस पेस्ट को यो यो टेस्ट के नाम से जाना जाता है ।
मिल रही खबरों के मुताबिक आज तक इस टेस्ट को 4 टीम के खिलाड़ियों ने पहले ही पूरा कर लिया है। उन चारों में से मुंबई इंडियंस रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स शामिल है। इसके अलावा बाकी की टीमें अभी इस टेस्ट की तैयारी करने में जुड़ी हुई है। ऐसा बताया जा रहा है कि बहुत जल्द ही चेन्नई सुपर किंग कोलकाता नाइट राइडर दिल्ली डेयरडेविल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाड़ी इस टेस्ट में हिस्सा लेने वाले हैं। आपको बता दें कि IPL के इस सीजन में इस टेस्ट के लिए कुछ जरूरी बातें कही गई है। जिसका ध्यान हर एक टीम को रखना होगा हर एक टीम ने इस पोस्ट को लेकर अपने खिलाड़ियों को कुछ अहम निर्देश भी दिए हैं जो कि इस प्रकार हैं।
बताया जा रहा है कि इस टेस्ट के सामने आने के बाद सबसे पहले मुंबई इंडियंस की टीम ने इस टेस्ट में भाग लिया जिसमें खिलाड़ियों को हर एक लेवल को पार करने के लिए 15 सेकंड का टाइम दिया गया था। इस 15 सेकंड में खिलाड़ियों को 5 लेवल कंप्लीट करने थे। ऐसा बताया जा रहा है कि इस टेस्ट में जिन टीमों ने हिस्सा लिया उन्होंने इस तरह के निर्देश अपनाएं।
आपको बता दें कि यो यो टेस्ट एक ऐसा टेस्ट है जिसमें की हर एक खिलाड़ी को पास करना जरूरी है। इस टेस्ट में पास करने के लिए एक खिलाड़ी को कम से कम 16,1 का स्कोर करना जरूरी है। इस टेक्स्ट के अंतर्गत 20 मीटर की दूरी पर कोन रखे जाते हैं और जब कभी दीप सुनाई देती है तो उस दौरान खिलाड़ियों को मात्र 10 सेकंड का वक्त मिलता है। उसी वक्त में उन खिलाड़ियों को अपनी गति बढ़ाने के साथ-साथ उस डिस्टेंस को भी खबर करना पड़ता है। खिलाड़ियों की गति के आधार पर इस टेस्ट में खिलाड़ियों को नंबर दिए जाते हैं। बताया जा रहा है कि टेस्ट के करवाने के पीछे का मकसद खिलाड़ियों के फिटनेस को जांचना है।
इसी साल IPL में शुरू होने वाले टेस्ट किए बात करें तो ऐसा बताया जा रहा है कि IPL एक ऐसा प्लेटफॉम बन चुका है। जहां की अंतरराष्ट्रीय स्तर के बड़े बड़े खिलाड़ी हैं खेलने की चाह रखते हैं परंतु इस IPL में खुशी खिलाड़ियों को मौका मिल पाता है। ऐसे में हर एक खिलाड़ी को समान मौका देने के लिए उनके फिटनेस की जांच कर फिटनेस के मुताबिक खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जाएगा। आपको बता दें कि कई खिलाड़ियों का ऐसा मानना है कि इस टेस्ट में हर एक खिलाड़ी पास बिलकुल भी नहीं हो पाएगा क्योंकि इस टेस्ट में पास करना थोड़ा भी आसान नहीं है। अब आने वाले वक्त में देखना यह होगा कि आखिर इस टेस्ट में पास होने वाले खिलाड़ी किस तरह अपने प्रदर्शन IPL में मैच के दौरान दिखाते हैं।